

रायबरेली में मस्जिद के मोहजिन को बचाने में सपा नेता को चाकू लग गया वहीं नसीराबाद में पुलिस के सामने दो पक्ष आपस मे भिड़ गए। पढिये पूरी खबर
रायबरेली में मस्जिद के मोहजिन को बचाने में सपा नेता को लगा चाकू
Raebareli: रायबरेली के नगर कोतवाली क्षेत्र में एक ताजे घटनाक्रम में सपा नेता मोहम्मद मुशीर घायल हो गए, जब वह मस्जिद के मोअजिन को बचाने की कोशिश कर रहे थे। हमला करने वाले युवक ने सपा नेता पर चाकू से हमला किया, जिससे उनके हाथ में गंभीर चोटें आईं। घटना के बाद मोहम्मद मुशीर को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया, जहां उनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है।
हमलावर युवक गिरफ्तार
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हमलावर युवक को गिरफ्तार कर लिया और उसे पूछताछ के लिए थाने ले जाया गया। इस घटना के बाद जिला अस्पताल में सपा समर्थकों का जमावड़ा लग गया। फिलहाल पुलिस हमले के कारणों का पता लगाने के लिए जांच कर रही है। इस मामले में सपा नेता के बयान पर हमलावर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
नसीराबाद थाना क्षेत्र में भी हुई मारपीट
वहीं, रायबरेली के नसीराबाद थाना क्षेत्र के लाल सिंह के पुरवा इलाके में भी पुलिस की मौजूदगी में दो पक्षों के बीच लाठी डंडों से जमकर मारपीट हुई। यह घटना पुलिस के पहुंचने के बावजूद लगातार जारी रही और दोनों पक्षों के लोग एक-दूसरे पर हमलावर हो गए। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचने के बावजूद दोनों पक्षों के बीच हिंसा को नहीं रोका, जिससे स्थानीय लोगों में पुलिस की निष्क्रियता को लेकर नाराजगी फैल गई।
ज़मीन विवाद को लेकर बवाल
इस घटना में घायल दोनों पक्षों के लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के मुताबिक, यह बवाल एक ज़मीन विवाद को लेकर हुआ था, जो पहले से ही चल रहा था। नसीराबाद थाना के एसओ बालेन्दू गौतम ने बताया कि एक पक्ष से तहरीर मिली है और मामले की जांच की जा रही है।
वीडियो वायरल
इससे पहले रायबरेली के पूरा लाल सिंह का पुरवा में इसी प्रकार की हिंसा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इस वीडियो में पुलिस कर्मी कुछ दूरी पर खड़े दिख रहे हैं, जबकि दोनों पक्ष लाठी-डंडों और कुल्हाड़ी लेकर एक-दूसरे से भिड़े हुए हैं।
पुलिस की कार्यप्रणाली खड़े हुए सवाल
इस घटना के बाद से इलाके में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं और लोग यह आरोप लगा रहे हैं कि पुलिस ने जानबूझकर इसे नजरअंदाज किया। पुलिस की निष्क्रियता और हिंसा के बीच के समय को लेकर लोगों ने गंभीर आरोप लगाए हैं।
इस बवाल के बाद से रायबरेली में कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं और प्रशासन पर दबाव बढ़ता जा रहा है। दोनों मामलों में पुलिस जांच कर रही है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।