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उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में इस समय 382 उपनिबंधक कार्यालय मौजूद हैं लेकिन इसके बावजूद भी लोगों को रजिस्ट्री के लिये काफी चक्कर लगाने पड़ते हैं। लेकिन अब रजिस्ट्री जल्द हो सकेगी।
यूपी के उपनिबंधक कार्यालय
Lucknow: उत्तर प्रदेश सरकार ने गौतमबुद्धनगर जिले के दादरी में संपत्ति पंजीकरण की बढ़ती मांग को देखते हुए एक और उप निबंधक कार्यालय खोलने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इससे दादरी और आसपास के लोगों को रजिस्ट्री के लिए अब लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा, वहीं स्टांप ड्यूटी चोरी की निगरानी भी प्रभावी तरीके से की जा सकेगी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, स्टांप एवं पंजीयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवीन्द्र जायसवाल ने जानकारी दी है कि, "दादरी में रोजाना औसतन 280 रजिस्ट्री हो रही हैं, जो प्रदेश के अन्य उप निबंधक कार्यालयों की तुलना में कहीं ज्यादा है। कई जगहों पर तो प्रतिदिन रजिस्ट्री की संख्या 100 से भी कम है।" इससे मौजूदा स्टाफ पर काम का दबाव अत्यधिक बढ़ गया है और आम जनता को भी घंटों लाइन में इंतजार करना पड़ता है।
राज्य सरकार का मानना है कि उचित स्टाफ और समय की कमी के चलते स्टांप ड्यूटी से संबंधित मामलों की जांच प्रभावित होती है। नई व्यवस्था से अब उप निबंधकों को प्रत्येक रजिस्ट्री को ठीक से जांचने का पर्याप्त समय मिलेगा, जिससे सरकारी राजस्व में बढ़ोतरी और पारदर्शिता सुनिश्चित हो सकेगी।
राज्यमंत्री जायसवाल ने बताया कि फिलहाल पूरे उत्तर प्रदेश में 382 उप निबंधक कार्यालय हैं। उन्होंने कहा, “जहां रजिस्ट्री की संख्या बहुत अधिक है, वहां अतिरिक्त कार्यालय खोलने की योजना पर काम चल रहा है। साथ ही, सदर तहसीलों में उप निबंधकों के क्षेत्राधिकार को भी फिर से परिभाषित किया जाएगा ताकि काम का समान वितरण हो सके।” अभी सदर क्षेत्रों में 3 से 5 उप निबंधक कार्यालय कार्यरत हैं, लेकिन भविष्य में यह संख्या और बढ़ाई जा सकती है।