

बहुचर्चित मकान कब्जा मामले में ज्ञानपुर विधानसभा के पूर्व विधायक को एमपी-एमएलए विशेष न्यायालय, ज्ञानपुर में कड़ी सुरक्षा के बीच पेश किया गया।
कड़ी सुरक्षा में कोर्ट पहुंचे पूर्व विधायक विजय मिश्रा
Bhadohi: जनपद के बहुचर्चित मकान कब्जा मामले में ज्ञानपुर विधानसभा के पूर्व विधायक और कथित बाहुबली नेता विजय मिश्रा को गुरुवार को एमपी-एमएलए विशेष न्यायालय, ज्ञानपुर में कड़ी सुरक्षा के बीच पेश किया गया। उन्हें आगरा जेल से भारी पुलिस बल के साथ काफिले में लाया गया था। कोर्ट परिसर और उसके आसपास के इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया था, ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
मामला गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र का है, जहाँ एक स्थानीय व्यक्ति ने विजय मिश्रा और उनके परिवार पर मकान पर जबरन कब्जा करने का गंभीर आरोप लगाया था। पीड़ित ने तहरीर देकर बताया कि विजय मिश्रा, उनकी पत्नी रामलली मिश्रा, पुत्र विष्णु मिश्रा और बहू ने मिलकर उसका मकान हड़पने की कोशिश की और विरोध करने पर धमकी भी दी। इस शिकायत पर सभी के खिलाफ गंभीर आपराधिक धाराओं में मामला दर्ज किया गया था।
मकान हड़पने के केस में अदालत में पेशी के लिए जाते Ex-MLA विजय मिश्रा
यह पहला मौका नहीं है जब विजय मिश्रा पर ऐसा आरोप लगा हो। इससे पहले भी उनके खिलाफ भूमि विवाद, धमकी, रंगदारी और मारपीट जैसे कई गंभीर मामलों में केस दर्ज हो चुके हैं।
गुरुवार की सुबह करीब 11 बजे विजय मिश्रा को कोर्ट में पेश किया गया। उनके बचाव में वरिष्ठ अधिवक्ता हंसाराम शुक्ला ने बहस करते हुए जांच अधिकारी कृष्णानंद राय से गहन जिरह की। उन्होंने कई कानूनी बिंदुओं को उठाते हुए अदालत को यह समझाने की कोशिश की कि विजय मिश्रा को फंसाया जा रहा है और उनके खिलाफ कोई ठोस साक्ष्य नहीं हैं।
हालांकि, अदालत में सभी पक्षों को सुनने के बाद न्यायालय ने मामले की अगली सुनवाई 9 जुलाई 2025 को तय की है।
चूंकि मामला संवेदनशील और राजनैतिक रूप से चर्चित है, इसलिए जिला प्रशासन और पुलिस ने सुरक्षा में कोई ढील नहीं दी। कोर्ट परिसर के चारों ओर पुलिस बल, पीएसी और खुफिया विभाग की टीमों को तैनात किया गया था। विजय मिश्रा के समर्थकों को कोर्ट परिसर से दूर ही रोक दिया गया और मीडिया को भी सीमित पहुंच दी गई।
विजय मिश्रा कभी भदोही जिले की राजनीति में ताकतवर और प्रभावशाली चेहरा माने जाते थे। वे कई बार विधायक रह चुके हैं, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में उन पर लगातार आपराधिक मामलों की बौछार होती रही है। वे फिलहाल आगरा की केंद्रीय जेल में बंद हैं। कई मामलों में चार्जशीट दाखिल हो चुकी है और जमानत की तमाम कोशिशें अब तक नाकाम रही हैं।
यह मामला न सिर्फ कानूनी, बल्कि राजनीतिक रूप से भी बेहद चर्चित है। विजय मिश्रा की छवि एक समय में 'बाहुबली' नेता के रूप में रही है और उनके खिलाफ दर्ज मामलों पर आम जनता से लेकर राजनीतिक दलों तक की नजर बनी हुई है।
अब सभी की निगाहें 9 जुलाई की सुनवाई पर टिकी हैं, जहाँ तय होगा कि अगला कानूनी कदम क्या होगा। इस बीच, पीड़ित पक्ष ने न्याय की उम्मीद जताई है, वहीं विजय मिश्रा के वकीलों का दावा है कि उन्हें साजिश के तहत फंसाया जा रहा है।