

आम आदमी पार्टी की जिला इकाई द्वारा आज माता अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
फतेहपुर: आम आदमी पार्टी की जिला इकाई द्वारा आज महान समाज सुधारक और प्रजावत्सल शासिका माता अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर एक विशेष गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अहिल्याबाई होल्कर के व्यक्तित्व, नेतृत्व और सामाजिक सुधारों पर विस्तार से चर्चा हुई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार माता अहिल्याबाई होल्कर ने 18वीं शताब्दी में मालवा राज्य की रानी रहते हुए न्यायप्रिय, दूरदर्शी और धर्मनिरपेक्ष शासन दिया। उन्होंने देशभर में मंदिरों, घाटों और धर्मशालाओं का निर्माण कराया और महिलाओं को सम्मान और अधिकार दिलाने की दिशा में उल्लेखनीय काम किया।
जिला अध्यक्ष रंजीत मौर्य ने कहा कि अहिल्याबाई जैसी महान विभूतियों के आदर्शों को अपनाकर ही हम समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं। गोष्ठी के अंत में सभी ने उनके पदचिन्हों पर चलने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि काशी प्रांत सचिव राम पटेल रहे। जिला अध्यक्ष रंजीत कुमार मौर्य, जिला महासचिव मनोज पाल, महिला जिला अध्यक्ष माया गौतम, स्टूडेंट विंग अध्यक्ष गुलफाम खान, रामकिशोर विश्वकर्मा, राज कारण, ज्ञानेन्द्र पासवान, मोहम्मद शाहजहां, देवेन्द्र सिंह, कमलाकांत मौर्य, राहुल गौतम, विजय यादव और रति लाल सहित कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का उद्देश्य नई पीढ़ी को इतिहास की उन विभूतियों से जोड़ना था जिन्होंने भारतीय संस्कृति, नारी सम्मान और जनहितकारी शासन की मिसाल पेश की।
कौन थी देवी अहिल्या बाई
ब्रिटिश प्रशासक और अंग्रेज अधिकारी सर जॉन मालकम ने मालवा के इतिहास पर कार्य किया था, उन्होंने देवी अहिल्या बाई को होल्कर राजवंश की श्रेष्टतम शासिका के रूप में उल्लेखित किया है। देवी अहिल्या बाई द्वारा अपने कार्यकाल में देशभर में 8527 धार्मिक स्थल, 920 मस्जिदों और दरगाह, 39 राजकीय अनाथालय का निर्माण कराया। साथ ही उनके कार्यकाल में धर्मशालाओं, नर्मदा किनारे, देश में प्रमुख धर्मस्थलों पर नदियों किनारे के घाटों, कुंए, तालाब, बाबड़ियों और गोशालाओं ( उस समय इसे पिंजरापोल कहा जाता था) के निर्माण में आर्थिक मदद दी गई थी। अहिल्या बाई के कार्यकाल में होल्कर राजवंश में ही नहीं, बल्कि पूरे भारत में उनके द्वारा कार्य किए गए, जिनकी फेहरिस्त लंबी है।