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ग्रेटर नोएडा की 15 वर्षीय कनिष्का सोलंकी ने स्कूल में मोबाइल लेकर जाने के बाद कथित मानसिक प्रताड़ना के कारण आत्महत्या कर ली। परिवार ने स्कूल प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। पुलिस जांच जारी है।
कनिष्का सोलंकी मौत मामला
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां 15 वर्षीय कनिष्का सोलंकी ने अपनी जान दे दी। मामला और भी गंभीर इसलिए है क्योंकि परिवार का आरोप है कि स्कूल प्रशासन और शिक्षकों की कथित मानसिक प्रताड़ना ने उनकी बेटी को आत्महत्या के लिए मजबूर कर दिया।
क्या है पूरा मामला?
कनिष्का सोलंकी गगन पब्लिक स्कूल में कक्षा 10वीं की छात्रा थीं। 22 दिसंबर, सोमवार को हाफ ईयरली परीक्षा के दौरान वह अनजाने में अपना मोबाइल लेकर स्कूल पहुंच गई। शिक्षक ने मोबाइल देख लिया और कनिष्का को सभी छात्रों के सामने डांटा। इसके बाद स्कूल ने उसके माता-पिता को बुलाकर उन्हें भी सार्वजनिक रूप से अपमानित किया।
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घर लौटने पर कनिष्का गुमसुम और उदास हो गई। उन्होंने परिवार के साथ रात का खाना खाया और अपने कमरे में चली गईं। रात करीब 2:15 बजे, उनकी मां ने देखा कि कनिष्का 8वीं मंजिल से कूद गईं। शोर मचाने पर परिवार और सुरक्षा गार्ड मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
परिवार का आरोप
कनिष्का के पिता रवि रंजन का कहना है कि स्कूल ने उनकी बेटी को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। स्कूल ने आरोप लगाया कि कनिष्का मोबाइल से AI की मदद लेकर नकल कर रही थी, जबकि मोबाइल बंद था। रवि रंजन ने पुलिस पर भी कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया और कहा कि स्कूल के दबाव में पुलिस काम कर रही है। उन्होंने न्याय की मांग करते हुए संबंधित शिक्षकों की गिरफ्तारी की अपील की।
स्कूल प्रशासन का पक्ष
गगन पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य पारुल सरदाना ने आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि किसी भी छात्रा का मानसिक उत्पीड़न नहीं किया गया। परीक्षा के दौरान मोबाइल के इस्तेमाल की वजह से टीचर ने छात्रा को फटकार लगाई।
पुलिस का बयान
बिसरख थाना प्रभारी मनोज सिंह ने बताया कि स्कूल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और संबंधित शिक्षकों से पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक जांच में मोबाइल के इस्तेमाल और नकल की पुष्टि हुई है, जबकि मानसिक तनाव को आत्महत्या का कारण माना जा रहा है।