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गोरखपुर में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की प्रक्रिया में 6.47 लाख मतदाताओं के नाम काटे गए, जबकि 3.22 लाख मतदाताओं की मैपिंग 2003 की सूची से नहीं हो सकी। इन मतदाताओं को भारत निर्वाचन आयोग नोटिस भेजेगा और दस्तावेजों की मांग करेगा।
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Gorakhpur: मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के तहत 2026 के चुनावों के लिए गोरखपुर में अंतिम रिपोर्ट तैयार कर दी गई है। इस पुनरीक्षण के दौरान 3,22,468 मतदाताओं की मैपिंग 2003 की मतदाता सूची से नहीं हो पाई, और इन मतदाताओं को अब भारत निर्वाचन आयोग की ओर से नोटिस भेजकर उनके भारतीय नागरिक होने का प्रमाण पत्र मांगा जाएगा। इस दौरान 6,47,519 मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से काटे गए हैं, वहीं 21,898 नए मतदाताओं ने फार्म-6 भरकर अपना नाम जुड़वाया है।
रिपोर्ट के अनुसार, 3.22 लाख मतदाताओं की मैपिंग 2003 की सूची से नहीं हो पाई, जिससे उनकी स्थिति पर सवाल उठ खड़े हुए हैं। इन मतदाताओं को अब नोटिस भेजकर नागरिकता से संबंधित दस्तावेज पेश करने का अनुरोध किया जाएगा। साथ ही, 21,898 नए मतदाता जिन्होंने फार्म-6 भरा है, वे भी इस प्रक्रिया में शामिल हैं। विशेष ध्यान देने योग्य बात यह है कि 6,47,519 मतदाताओं के नाम काटे गए हैं, जिनमें मृतक, स्थानांतरित, अनुपस्थित और दो स्थानों पर नाम जुड़ने वालों के नाम शामिल हैं।
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वर्तमान समय में गोरखपुर जिले में कुल 36,66,533 मतदाता थे, जिनमें से 91.21 प्रतिशत की मैपिंग पूरी हो गई है। 8.79 प्रतिशत मतदाताओं की मैपिंग नहीं हो पाई, और 12,34,342 (33.66 प्रतिशत) मतदाताओं ने अपनी जानकारी 2003 की सूची के अनुसार दी। वहीं, 12,41,341 (39.86 प्रतिशत) मतदाताओं ने अपने माता-पिता, दादा-दादी या नाना-नानी की जानकारी प्रस्तुत की है।
एसआईआर की प्रक्रिया के दौरान त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए दावों और आपत्तियों की प्राप्ति का काम भी चल रहा है। अब तक 2583 नए मतदाताओं के नाम जोड़ने के साथ 296 नाम काटे गए हैं। 268 आवेदन संशोधन के प्राप्त हुए हैं। इसके अलावा, 18 वर्ष पूरे करने वाले युवा भी इस प्रक्रिया में अपने नाम दर्ज करा सकते हैं।
आंकड़ों के अनुसार, गोरखपुर में 3,20,707 स्थानांतरित मतदाता, 1,33,067 मृतक, और 1,07,077 अनुपस्थित मतदाता हैं। इसके अलावा, 70,346 ऐसे लोग हैं जिनके नाम दो स्थानों से जुड़ गए थे और 8,327 अन्य श्रेणी में आते हैं। सबसे अधिक नाम काटने का आंकड़ा चिल्लूपार और बांसगांव क्षेत्र से है, जहां क्रमशः 19.93 प्रतिशत और 21.98 प्रतिशत नाम काटे गए।
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गोरखपुर के जिलाधिकारी दीपक मीणा ने कहा कि एसआईआर की प्रक्रिया अब पूरी हो चुकी है और अंतिम रिपोर्ट जारी कर दी गई है। साथ ही, त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की प्रक्रिया भी जारी है, जिसमें नाम जोड़ने और विलोपन के साथ-साथ संशोधन का काम भी किया जा रहा है। डीएम ने यह भी कहा कि पूरी प्रक्रिया के दौरान 91.21 प्रतिशत मतदाताओं की मैपिंग सफल रही है और आगे भी सटीक जानकारी का प्रावधान किया जाएगा।