

ऑपरेशन सिंदूर को लेकर जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर ने खुलासा किया कि मसूद अजहर का परिवार और कई करीबी इस हमले में मारे गए। इस बयान ने भारत-पाक संबंधों में तनाव बढ़ा दिया है। वरिष्ठ पत्रकार मनोज टिबड़ेवाल आकाश ने अपने शो The MTA Speaks में इस पर सटीक विश्लेषण किया।
मसूद अजहर का सच
New Delhi: जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को लेकर पाकिस्तान से एक बड़ा खुलासा सामने आया है। पाकिस्तान के बहावलपुर में हुए भारतीय वायुसेना के ऑपरेशन सिंदूर को लेकर अब जैश का एक कमांडर खुद सामने आया है और उसने जो बातें स्वीकार की हैं, उसने भारत-पाक रिश्तों में नया तूफान खड़ा कर दिया है। इस कमांडर ने न केवल यह माना है कि भारतीय एयर स्ट्राइक में मसूद अजहर का परिवार बुरी तरह प्रभावित हुआ बल्कि यह भी बताया कि उसके कई करीबी रिश्तेदार और सहयोगी मारे गए। यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव लगातार बढ़ रहा है और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर दोनों देश एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।
वरिष्ठ पत्रकार मनोज टिबड़ेवाल आकाश ने अपने चर्चित शो The MTA Speaks में इस कहानी का सटीक विश्लेषण किया ।
यह पूरी कहानी शुरू होती है 22 अप्रैल 2025 को। इस दिन जम्मू-कश्मीर के पल्लगाम में एक भीषण आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में लगभग 26 निर्दोष नागरिकों की मौत हो गई थी। खुफिया एजेंसियों की जांच में शुरुआती सुराग जैश-ए-मोहम्मद की ओर इशारा कर रहे थे। पल्लगाम हमले के बाद भारत सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया था कि वह इस हमले का मुंहतोड़ जवाब देगी। इसके बाद सात मई की रात भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया।
ऑपरेशन सिंदूर का लक्ष्य पाकिस्तान के बहावलपुर में मौजूद जैश-ए-मोहम्मद का वह परिसर था जिसे लंबे समय से इस आतंकी संगठन का संचालन और प्रशिक्षण मुख्यालय माना जाता है। कई रिपोर्टों में इस परिसर को जमिया मस्जिद सुब्हान अल्लाह और उस्मान-ओ-अली नाम से भी जाना जाता है। माना जाता है कि यही जगह जैश की आतंकी गतिविधियों का असली गढ़ है। भारतीय वायुसेना ने इस परिसर को सटीकता के साथ निशाना बनाया। भारत का दावा है कि इस स्ट्राइक में केवल आतंकवादी ठिकानों को ही टारगेट किया गया, किसी नागरिक क्षेत्र को नुकसान नहीं पहुंचाया गया।
लेकिन पाकिस्तान की कहानी इससे बिल्कुल अलग है। इस्लामाबाद ने आरोप लगाया कि भारतीय एयर स्ट्राइक में मस्जिदों, शिक्षा संस्थानों और नागरिक इलाकों को भी नुकसान हुआ। पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय और स्थानीय प्रशासन ने दावा किया कि इस हमले में 31 नागरिक मारे गए और कई घायल हुए। कुछ रिपोर्टों में महिलाओं और बच्चों के मारे जाने तक की बातें कही गईं। अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने भी पाकिस्तान के इन दावों को रिपोर्ट किया, हालांकि स्वतंत्र रूप से इसकी पुष्टि नहीं हो पाई।
इसी बीच जैश-ए-मोहम्मद के एक कमांडर का वीडियो सामने आया जिसने पाकिस्तान सरकार के दावों को और उलझा दिया। इस वीडियो में कमांडर कहता है कि भारतीय हमले में मसूद अजहर का परिवार “टुकड़े-टुकड़े” हो गया। उसके अनुसार मसूद अजहर के करीब दस परिजन और चार प्रमुख सहयोगी इस हमले में मारे गए। उसने यह भी स्वीकार किया कि जैश के कई प्रशिक्षक और ऑपरेशनल सदस्य इस परिसर में मौजूद थे और भारतीय स्ट्राइक में उनकी मौत हुई। यह बयान इस बात की पुष्टि करता है कि भारतीय वायुसेना ने जिस स्थान को निशाना बनाया वह वास्तव में जैश की गतिविधियों का अहम केंद्र था।
मसूद अजहर खुद लंबे समय से पाकिस्तान में छिपा हुआ है। वह भारत के लिए वांछित आतंकवादी है और संयुक्त राष्ट्र ने उसे वैश्विक आतंकी घोषित कर रखा है। पठानकोट, पुलवामा और कई अन्य बड़े आतंकी हमलों में उसका नाम जुड़ा रहा है। भारत बार-बार पाकिस्तान से उसकी गिरफ्तारी और सुपुर्दगी की मांग करता रहा है, लेकिन पाकिस्तान ने हमेशा यह कहकर पल्ला झाड़ा कि मसूद अजहर पाकिस्तान में नहीं है। अब उसके परिवार के मारे जाने की खबरों ने पाकिस्तान की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।
ऑपरेशन सिंदूर के बारे में भारतीय वायुसेना ने बताया कि यह एक सटीक और सीमित कार्रवाई थी। टारगेट्स को पहले से चिन्हित किया गया और पूरी तैयारी के साथ हमला किया गया ताकि किसी नागरिक ढांचे को नुकसान न पहुंचे। भारत ने दावा किया कि इस हमले में जैश के अलावा लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन के कुछ ठिकानों को भी नुकसान पहुंचाया गया। यह भी बताया गया कि इस पूरे ऑपरेशन में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया और लक्ष्य को इस तरह साधा गया कि नागरिक इलाकों पर कोई असर न पड़े।
पाकिस्तान ने हालांकि इन दावों को खारिज किया और कहा कि भारत ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन किया है। पाकिस्तान की ओर से यह भी कहा गया कि भारत ने धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया, जिसके चलते निर्दोष लोग मारे गए। पाकिस्तान की सेना ने हमले के बाद सीमा पर सैनिक गतिविधियों को तेज कर दिया और अपनी वायुसेना को भी हाई अलर्ट पर रखा। दोनों देशों के बीच तनाव इतना बढ़ गया कि संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका, चीन और यूरोपीय देशों को शांति की अपील करनी पड़ी।
भारत के भीतर इस ऑपरेशन को लेकर राजनीतिक प्रतिक्रिया भी तेज रही। सरकार ने इसे आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम बताया। प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री ने कहा कि यह कार्रवाई पल्लगाम हमले के दोषियों को संदेश देने के लिए जरूरी थी। विपक्षी दलों ने भी बड़े पैमाने पर इस कदम का समर्थन किया, हालांकि कुछ नेताओं ने सरकार से मांग की कि वह अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सबूत पेश करे ताकि पाकिस्तान के दावों को झूठा साबित किया जा सके।
जैश कमांडर के वीडियो ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। यह वीडियो अंतरराष्ट्रीय मीडिया में वायरल हो गया और कई बड़े अखबारों ने इसे फ्रंट पेज पर जगह दी। इस वीडियो में जैश कमांडर की आवाज स्पष्ट रूप से सुनी जा सकती है जिसमें वह कहता है कि मसूद अजहर का परिवार इस हमले में खत्म हो गया। हालांकि वीडियो की स्वतंत्र पुष्टि अब तक नहीं हो पाई है, लेकिन पाकिस्तान ने इसे लेकर कोई आधिकारिक खंडन भी नहीं किया है।
इस हमले के बाद पाकिस्तान के कई शहरों में जैश समर्थकों ने भारत विरोधी प्रदर्शन किए। वहीं पाकिस्तान सरकार पर यह दबाव भी बढ़ रहा है कि वह जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों पर कड़ी कार्रवाई करे। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पाकिस्तान पर आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम उठाने का दबाव लगातार बढ़ रहा है। संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा है कि वह अपनी जमीन पर आतंकी ठिकानों को खत्म करे और इस तरह की गतिविधियों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए।
मसूद अजहर के परिवार के मारे जाने की खबरों का असर संगठन की आंतरिक राजनीति पर भी पड़ सकता है। जैश-ए-मोहम्मद की फंडिंग और भर्ती पर इसका असर पड़ना तय माना जा रहा है। कई सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यदि मसूद अजहर का परिवार सचमुच खत्म हो गया है तो यह जैश के लिए एक बड़ा मनोवैज्ञानिक झटका है। संगठन की कमान को लेकर अंदरूनी संघर्ष भी तेज हो सकता है।
भारत ने इस पूरे मामले पर संयम बरतते हुए केवल इतना कहा है कि उसने अपने आत्मरक्षा के अधिकार का इस्तेमाल किया है। विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि भारत आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है और इस तरह के ऑपरेशन तब तक जारी रहेंगे जब तक पाकिस्तान अपनी धरती पर आतंकी नेटवर्क को पनाह देना बंद नहीं करता।
पाकिस्तान अब इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाने की तैयारी कर रहा है। उसका कहना है कि भारत ने उसकी संप्रभुता का उल्लंघन किया है। लेकिन जैश कमांडर के वीडियो ने पाकिस्तान की स्थिति को कमजोर कर दिया है क्योंकि यह वीडियो साफ तौर पर दिखाता है कि हमला वास्तव में आतंकियों के गढ़ पर ही किया गया था।
फिलहाल दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा हुआ है और सीमा पर सैन्य गतिविधियां तेज हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि आने वाले दिनों में भारत और पाकिस्तान की ओर से क्या कदम उठाए जाते हैं। क्या पाकिस्तान जैश जैसे संगठनों पर कार्रवाई करेगा या फिर तनाव और बढ़ेगा, यह आने वाला समय ही बताएगा।