World Kidney Day 2025: आजकल बढ़ रही हैं किडनी की बीमारियां, जानिए कैसे किया जा सकता है बचाव
आज के समय में किडनी की बीमारियां होना आम बात हो गई है। ऐसे में वर्ल्ड किडनी दिवस पर जानिए किडनी से जुड़ी बीमारियां और उनके बचावों के बारे में... पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

नई दिल्ली: दुनियाभर में आज 13 मार्च को विश्व किडनी दिवस 2025 (World Kidney Day 2025) मनाया जा रहा है। विश्व किडनी दिवस को हर साल मार्च महीने के दूसरे गुरुवार को मनाया जाता है। जिसका उद्देश्य किडनी से जुड़ी बीमारियों के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उनके बचाव के तरीकों पर ध्यान केंद्रित करना है।
ऐसे में चलिए जानते हैं क्यों और कब से किडनी दिवस मनाया जा रहा है। साथ ही जानते हैं कि क्या हैं किडनी से जुड़ी बीमारियां और इनसे कैसे बचा जा सकता है।
क्या है किडनी?
किडनी हमारे शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में से एक हैं, जो खून को साफ करने, विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और पानी तथा मिनरल्स का संतुलन बनाए रखने का काम करती हैं। लेकिन खराब लाइफस्टाइल, खराब खान-पान और अन्य कारणों से किडनी से जुड़ी बीमारियां आजकल तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे में किडनी की सेहत को लेकर जागरुकता फैलाने के लिए हर साल किडनी दिवस मनाया जाता है।
सबसे पहले कब मनाया गया किडनी दिवस?
इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ नेफ्रोलॉजी (ISN) और इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ किडनी फाउंडेशन्स (IFKF) द्वारा 2006 में विश्व किडनी दिवस (World Kidney Day 2025) को मनाने की शुरुआत की गई।
यह भी पढ़ें |
VIDEO: डाइनामाइट न्यूज़ के हिंदी न्यूज़ पोर्टल एवं मोबाइल एप के लांचिंग समारोह में दिग्गज़ हस्तियों का हुआ जमावड़ा
किडनी की आम बीमारियां
क्रॉनिक किडनी डिजीज (CKD): यह एक लॉन्ग टर्म कंडीशन है, जिसमें किडनी धीरे-धीरे खराब होती जाती हैं और सही समय पर इलाज न मिलने पर डायलिसिस या ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ सकती है।
किडनी स्टोन: शरीर में अत्यधिक कैल्शियम, ऑक्सालेट या यूरिक एसिड जमा होने के कारण पथरी बन जाती है, जिससे दर्द और पेशाब में दिक्कत होती है।
नेफ्रोटिक सिंड्रोम: इसमें किडनी से प्रोटीन का अत्यधिक रिसाव होता है, जिससे सूजन, हाई ब्लड प्रेशर और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस: यह किडनी की फिल्टरिंग यूनिट को प्रभावित करने वाली बीमारी है, जो संक्रमण या ऑटोइम्यून डिसऑर्डर के कारण हो सकती है।
पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज (PKD): यह एक अनुवांशिक बीमारी है, जिसमें किडनी में कई सिस्ट बन जाते हैं और धीरे-धीरे उनकी कार्यक्षमता कम होने लगती है।
यह भी पढ़ें |
तो क्या वाकई टीम इंडिया ही बनेगी चैंपियंस ट्राफी की विजेता! देखिये सर्वे..
किडनी रोगों से बचाव के उपाय
स्वस्थ आहार: अधिक नमक, तला-भुना और प्रोसेस्ड फूड खाने से बचें। हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज और पर्याप्त पानी का सेवन करें।
ब्लड प्रेशर और शुगर कंट्रोल करें: हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज, किडनी फेल्योर के प्रमुख कारण होते हैं, इसलिए इन्हें नियंत्रित रखें।
हाइड्रेटेड रहें: दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं ताकि विषैले तत्व शरीर से बाहर निकलते रहें।
नियमित व्यायाम करें: योग, वॉकिंग और हल्के व्यायाम से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और किडनी स्वस्थ रहती हैं।
बिना डॉक्टर की सलाह के दवाएं न लें: पेनकिलर या एंटीबायोटिक्स का ज्यादा इस्तेमाल किडनी पर बुरा असर डाल सकता है। इसलिए कभी भी बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवाई न लें।