Weather Update: कहीं बारिश तो कहीं हो सकती बर्फबारी, जानिए देश के मौसम का हाल

डीएन ब्यूरो

मौसम विभाग का कहना है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और हरियाणा में 4 मार्च को भी ओले गिरने की संभावना है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

कहीं बारिश तो कहीं बर्फबारी
कहीं बारिश तो कहीं बर्फबारी


नई दिल्ली: उत्तर भारत में पिछले 4-5 दिनों से हो रही बारिश ने एक बार फिर से ठंड बढ़ा दी है। सोमवार सुबह कई इलाकों में कोहरा छाया रहा। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर प्रदेश में बारिश का सिलसिला जारी है। कई जिलों में ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है।

यह भी पढ़ें: मौसम ने बदला मिजाज, बेमौसमी बारिश ने बढ़ाई किसानों की टेंशन 

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार दिल्ली में 4 मार्च से मौसम साफ होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार से दिल्ली में हल्के बादल छाए रह सकते हैं, लेकिन धूप भी निकलेगी।

IMD के मुताबिक, इस पूरे हफ्ते दिल्ली का न्यूनतम तापमान 13 से 16 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है, वहीं अधिकतम तापमान 26 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है।

यह भी पढ़ें | Weather Update: दिल्ली-उत्तर प्रदेश में छाए रहेंगे बादल, जानिए देश के अन्य राज्यों के मौसम का हाल

पूरे उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते मौसम का मिजाज बदला हुआ है, जिसकी वजह से देश के कई हिस्सों में बारिश और ओलावृष्टि देखने को मिल रही है।

यह भी पढ़ें: पहाड़ों पर बर्फबारी तो मैदानी इलाकों में बादलों का डेरा, जानिए उत्तर प्रदेश समेत देश के मौसम का हाल 

मौसम विभाग का कहना है कि 4 मार्च के बाद से हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी में कमी आएगी। वहीं, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और हरियाणा में आज (सोमवार), 4 मार्च को ओले गिरने की संभावना है।

मौसम विभाग की मानें तो पश्चिमी यूपी में मौसम शुष्क रहने की संभावना है, जबकि पूर्वी यूपी में कहीं-कहीं बारिश और गरज के साथ बौछारे पड़ने की संभावना है। 5 मार्च को पश्चिमी और पूर्वी यूपी में मौसम साफ रहने के आसार हैं। वहीं मंगलवार से प्रदेश का मौसम फिर से पहले की तरह हो जाएगा। दिन में धूप और रात के समय हल्की हल्की ठंड पड़ेगी।

यह भी पढ़ें | Weather Update: दिल्ली -उत्तर प्रदेश में कहां बरसेंगे बादल, जानिए देशभर के मौसम का ताजा अपडेट

मौसम वैज्ञानिकों ने माना कि मार्च महीने के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश का अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है। अप्रैल एवं मई के दौरान प्रदेश में गर्मी की प्रचंडता सामान्य से काफी अधिक होने की संभावना है।

मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि तेज हवाओं के साथ हुई बारिश के चलते किसानों की परेशानी बढ़ गई। ग्रामीण इलाकों में हुई बारिश के बाद किसानों की खेतों में खड़ी गेहूं, सरसों और चने की फसलों पर संकट खड़ा हो गया।










संबंधित समाचार