Summer Tips: AC में पूरा दिन बिताते हैं गर्मी से बचने के लिए? तो हो जाइए सतर्क, हो सकते हैं ये गंभीर नुकसान

अगर आप पूरे दिन एयर कंडीशनर के संपर्क में रहते हैं, तो यह आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक भी साबित हो सकता है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 13 April 2025, 12:32 PM IST
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नई दिल्ली: गर्मी का मौसम आते ही लोग राहत पाने के लिए एसी (AC) का सहारा लेने लगते हैं। विशेष रूप से महानगरों में तो यह अब ज़रूरत बन चुका है। ऑफिस हो या घर, लोग लंबे समय तक एसी के वातावरण में रहना पसंद करते हैं। हालांकि यह थोड़ी देर के लिए सुकून जरूर देता है, लेकिन अगर आप पूरे दिन एयर कंडीशनर के संपर्क में रहते हैं, तो यह आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक भी साबित हो सकता है। लगातार एसी के संपर्क में रहना शरीर पर कई तरह के दुष्प्रभाव डाल सकता है। आइए जानते हैं कि लगातार एयर कंडीशनर में रहने से आपको किन स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

त्वचा और आंखों में ड्रायनेस

एसी वातावरण में हवा बहुत शुष्क (dry) होती है। जिससे आपकी त्वचा की नमी धीरे-धीरे खत्म होने लगती है। इससे स्किन रूखी और बेजान हो सकती है। इसके अलावा आंखों में भी सूखापन और जलन महसूस होने लगती है, खासकर उनके लिए जो पहले से ही कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करते हैं। यह समस्या लंबे समय तक बनी रह सकती है यदि समय रहते ध्यान न दिया जाए।

रेस्पिरेटरी प्रॉब्लम्स (सांस संबंधी समस्याएं)

AC के निरंतर उपयोग से हवा में मौजूद प्राकृतिक नमी कम हो जाती है, जिससे नाक और गले की झिल्लियां सूख जाती हैं। इससे सांस लेने में दिक्कत, खांसी, जुकाम या गले में खराश जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। वहीं अगर एसी की नियमित सफाई नहीं होती तो इसमें धूल और बैक्टीरिया जमा हो जाते हैं। जो एलर्जी या अस्थमा के रोगियों के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं।

सिरदर्द और थकान

दिनभर एयर कंडीशनर में रहने से थकान महसूस हो सकती है और सिरदर्द भी बना रहता है। शरीर को प्राकृतिक तापमान से दूर रखना उसकी कार्यक्षमता पर प्रभाव डालता है। ऐसे में अक्सर लोग सुस्ती या लो एनर्जी महसूस करते हैं।

इम्यून सिस्टम पर असर

लगातार कृत्रिम ठंडे माहौल में रहना शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकता है। जब आप एकदम गर्म जगह से अचानक ठंडे एसी कमरे में जाते हैं या बार-बार तापमान बदलते हैं, तो इससे शरीर का टेम्परेचर बैलेंस बिगड़ जाता है। परिणामस्वरूप, शरीर वायरल इंफेक्शन और अन्य रोगों की चपेट में जल्दी आ सकता है।

निर्जलीकरण (Dehydration)

एसी वातावरण में नमी की कमी होने के कारण शरीर को अधिक पसीना नहीं आता। जिससे लोग पानी पीने की आवश्यकता महसूस नहीं करते। लेकिन वास्तव में, शरीर धीरे-धीरे डिहाइड्रेट हो सकता है। यदि पानी की मात्रा पर्याप्त नहीं ली गई तो इससे सिरदर्द, चक्कर और थकावट हो सकती है।

क्या करें बचाव के लिए?

दिनभर AC में रहने से बचें, बीच-बीच में प्राकृतिक हवा में समय बिताएं।
पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और स्किन को मॉइस्चराइज़ रखें।
एसी की नियमित सफाई करें ताकि उसमें बैक्टीरिया न पनपें।
कमरे में ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें ताकि नमी बनी रहे।
बार-बार तापमान में बदलाव से बचें और धीरे-धीरे टेम्परेचर एडजस्ट करें।