नेपाल में जोरदार भूकंप, दिल्ली से बिहार तक कांपी धरती, असम और सिक्किम में भी महसूस हुए झटके

देश के कई राज्यों सहित नेपाल चीन से लेकर तिब्बत तक मंगलवार तड़के भूकंप के तेज झटके महसूस हुए। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 7 January 2025, 8:24 AM IST
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नई दिल्ली: देश के कई हिस्सों में मंगलवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। यूपी, बिहार से लेकर दिल्ली तक लोगों ने धरती में कंपन का अनुभव किया। भूकंप का केंद्र नेपाल बॉर्डर के पास तिब्बत बताया जा रहा है जहां इसकी तीव्रता 7.1 मापी गई।

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, 7 जनवरी की सुबह 6 बजकर 35 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसका केंद्र तिब्बत का शीझैंग इलाका रहा। 

नेपाल के लोबुचे से 93 किमी उत्तर पूर्व में रिक्टर स्केल पर 7.1 की तीव्रता वाला भूकंप आया। वीडियो क्लिप में दिख रहा है कि लोगों के बीच अफरातफरी मची है और वे अपने घरों से बाहर निकल आए हैं। पेड़ और आसपास की वस्तुएं हिलती नजर आ रही हैं। मालूम हो कि महाराष्ट्र के पालघर जिले में सोमवार सुबह 3.7 तीव्रता का भूकंप आया था। अधिकारियों ने बताया कि किसी के हताहत होने या संपत्ति के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। जिला आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख विवेकानंद कदम ने कहा कि भूकंप तड़के 4 बजकर 35 मिनट पर डहाणू तालुका में आया। उन्होंने बताया कि तालुका के बोर्डी, दापचरी और तलासरी इलाकों के लोगों ने सुबह-सुबह भूकंप के झटके महसूस किए।

क्यों आते है भूकंप

धरती के अंदर सात टेक्टोनिक प्लेट्स हैं. ये प्लेट्स लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेट आपस में टकराती हैं, रगड़ती हैं। एकदूसरे के ऊपर चढ़ती या उनसे दूर जाती हैं, तब जमीन हिलने लगती है, इसे ही भूकंप कहते हैं। भूकंप को नापने के लिए रिक्टर पैमाने का इस्तेमाल करते हैं। जिसे रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल कहते हैं।

रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल 1 से 9 तक होती है। भूकंप की तीव्रता को उसके केंद्र यानी एपीसेंटर से नापा जाता है। यानी उस केंद्र से निकलने वाली ऊर्जा को इसी स्केल पर मापा जाता है। 1 यानी कम तीव्रता की ऊर्जा निकल रही है, 9 यानी सबसे ज्यादा। बेहद भयावह और तबाही वाली लहर। ये दूर जाते-जाते कमजोर होती जाती हैं। अगर रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 7 दिखती है तो उसके आसपास के 40 किलोमीटर के दायरे में तेज झटका होता है।