

वायरल गर्ल हर्षा रिछारिया को साध्वी का भेष धारण करने के बाद महाकुंभ छोड़कर जाना पड़ा था। अब वो वापस प्रयागराज से भी लौट आई हैं। पढ़ें पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर।
महाकुंभ: प्रयागराज के महाकुंभ में वायरल हुई मॅाडल हर्षा रिछारिया के साध्वी का भेष धारण करने पर स्वामी आनंद स्वरूप जी समेत कई संतों ने फटकार लगाई थी, जिसके कारण हर्षा रिछारिया को महाकुंभ छोड़कर जाना पड़ा था। लेकिन वायरल गर्ल हर्षा रिछारिया फिर प्रयागराज वापस लौट आई हैं।
इस मौके पर हर्षा ने कहा कि, 'मैं अपने महराज जी के पास आई हूं। अगर वह मेरे साथ हैं तो हमें क्या हो सकता है।' आगे उन्होंने कहा- 'एक बेटी को पिता का साथ मिला है।'
डाइनामाइट न्यूज़ संवादाता के अनुसार वायरल हर्षा रिछारिया को साध्वी का भेष धारण करने, नकली जटा और त्रिपुंड लगाने पर स्वामी आनंद स्वरूप समेत कई संतो ने विरोध जताया था। बता दें कि, हर्षा रिछारिया को सबसे खूबसूरत साध्वी कहकर वायरल किया गया। उनकी कई फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई।
वहीं कुछ संत अभी भी हर्षा की मौजूदगी का विरोध कर रहें हैं तो वहीं दूसरी तरफ कुछ अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद हर्षा के पक्ष में है। रिछारिया ने कहा कि मेरे महराज जी का आशीर्वाद मेरे ऊपर है तो मुझे किसी और की जरूरत नहीं है।
महंत रवींद्र पुरी ने हर्षा रिछारिया को बताया अपनी बेटी
महंत रवींद्र पुरी ने बताया कि वह हमारी बेटी है और उत्तराखंड का गौरव है। मैंने उससे कहा कि वह मौनी अमावस्या पर पूरे शाही और भव्य तरीके से रथ पर बैठकर पवित्र स्नान करेगी और देवी की तरह स्नान करेगी। उन्होंने कहा मैंने उससे अनुरोध किया कि वह यहीं रहे और Mahakumbh में अपना प्रवास पूरा करे।
जानें, क्या बोले स्वामी आनंद स्वरूप?
काली सेना के प्रमुख आनंद स्वरूप ने कहा कि मेरा विचार है कि, एक मॅाडल को संतो के साथ अमृत स्नान में भाग नहीं लेना चाहिए। हालांकि, हर्षा रिछारिया को लोगों ने सबसे सुदंर साध्वी बताया। जिसके कारण साधुओं को कई तरह का विरोध झेलना पड़ रहा है।