खरगे का केंद्र सरकार पर बड़ा हमला, जानिए क्या कहा

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि राज्य शासन में उसका हस्तक्षेप और राज्यों की राजनीतिक स्वायत्तता को कमजोर करने का प्रयास संघवाद के सिद्धांतों को कमजोर करता है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 4 February 2024, 8:19 PM IST
google-preferred

त्रिशूर: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि राज्य शासन में उसका हस्तक्षेप और राज्यों की राजनीतिक स्वायत्तता को कमजोर करने का प्रयास संघवाद के सिद्धांतों को कमजोर करता है।

खरगे ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार न केवल राज्य सरकारों को परेशान कर रही है, बल्कि देश की गरीब जनता और महिलाओं को कुचल भी रही है।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार खरगे केरल के त्रिशूर जिले में केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) द्वारा आयोजित एक जनसभा में बोल रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि सत्तारूढ़ दल के नेताओं में पंडित जवाहरलाल नेहरू जैसी राजनीतिक कौशल की कमी है।

यह भी पढ़ें: अयोध्या राम मंदिर पर बिगड़े मुस्लिम नेता के बोल, दिया विवादित बयान, जानिये क्या कहा 

कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा, ‘‘राज्य शासन और स्वायत्त निकायों में केंद्र का हस्तक्षेप संघवाद के सिद्धांतों को कमजोर करता है, जिसमें राज्यपालों का हस्तक्षेप और राज्यों की राजनीतिक स्वायत्तता को कम करने का प्रयास शामिल है।’’

खरगे ने यहां एकत्रित सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए संवैधानिक अधिकारों और लोकतंत्र की रक्षा के लिए एकजुट होने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘हमें अपने अधिकारों की रक्षा करने और अपने देश के लोकतांत्रिक ढांचे को बनाए रखने के लिए एकजुट होना चाहिए। केरल में यूडीएफ गठबंधन के साथ कांग्रेस पार्टी इन हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।’’

यह भी पढ़ें: नाथूराम गोडसे पर गर्व करना NIT प्रोफेसर को पड़ा महंगा, जानिए पुलिस ने क्या लिया बड़ा एक्शन

उन्होंने कहा कि देश में मौजूदा उच्च मुद्रास्फीति और बेरोजगारी ने गरीबों, निम्न मध्यम वर्ग और मध्यम वर्ग की आबादी को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। कांग्रेस नेता खरगे ने आरोप लगाया कि भाजपा शासन ने सार्वजनिक क्षेत्र को पूरी तरह से खत्म करने और केवल निजी क्षेत्र को समर्थन देने का फैसला किया है।

खरगे ने कहा कि देश में मौजूद बेरोजगारी और मुद्रास्फीति के संयोजन ने प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में गरीबों के संघर्ष को बदतर बना दिया है।