यूपी के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या के निजी सचिव अपने गिरोह के साथ गिरफ्तार, करोड़ों की ठगी, जानिये उनका ये गोरख धंधा

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या के निजी सचिव को उसके चार साथियों के साथ यूपी एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किया गया है। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में जानिये उनके गोरखधंधे के बारे में

पुलिस के गिरफ्त में आरोपी
पुलिस के गिरफ्त में आरोपी


लखनऊ: यूपी की पूर्ववर्ती योगी सरकार में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्या के निजी सचिव अरमान खान को उसके चार साथियों के साथ यूपी एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किया गया है। यह गिरोह बेरोजगार युवकों को विभिन्न विभागों मे नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे करोड़ों रूपये की ठगी करता था। अरमान खान समेत कुल पांच ठगों को एसटीएफ ने लखनऊ से गिरफ्तार किया। 

नौकरी के नाम पर युवकों से करोड़ों रूपये की ठगी करने वाले इस गिरोह का सरगना पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या के निजी सचिव अरमान खान था। अरमान के साथ गिरफ्तार किये गये उसके अन्य 4 साथियों के नाम फैजी, असगर, विशाल और अमित है।

गिरफ्तार किया गया अरमान खान और अमित राव कुशीनर के रहने वाले है जबकि मो. फ़ैज़ी और विशाल गुप्ता बस्ती के रहने वाले हैं, जबकि असगर अली देवरिया का रहने वाला है। सभी को पीजी कालेज रोड थाना हजरतगंज, कमिश्नरेट लखनऊ से गिरफ्तार किया गया।

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गिरफ्तार आरोपियों के पास से विभिन्न विभागों के अलग-अलग पदों पर 22 फर्जी नियुक्ति पत्र, विभिन्न बैंकों व खातों के 57 अदद हस्ताक्षरशुदा चेक, 5 फर्जी आईडी कार्ड, 2 सचिवालय पास, 14 व्यक्तियों के शैक्षिक प्रमाण-पत्र व अंक पत्र और 7 मोबाइल बरामद किये गये। 

 एसटीएफ काफी समय से फर्जी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोहों के सक्रिय होने की सचूनाएं प्राप्त हो रहीं थी। जांच के दौरान पता चला कि नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाला सक्रिय गिरोह में पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या का निजी सचिव अरमान खान, असगर अली, जमील, फैजी, विशाल गुप्ता, अमित राव, मुन्नवर, सैफ़ी आदि हैं, जो बेरोजगार युवकों को बहला फुसलाकर सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का कार्य करते हैं आरोपी अब तक करोड़ों की ठगी कर चुके हैं। 
एसटीएफ को अरमान खान, फैजी व विशाल के पीजी कालेज जाने वाली रोड पर मौजूद होने की सूचना मिली। एसटीएफ टीम मौके पर पहुंची, जहां से सभी पांचों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। 

पूछताछ पर असगर अली ने बताया वह देवरिया का रहने वाला है। उसने आउट सोर्सिंग पर कई विभागों में कार्य किया है। सरकारी पत्र एवं विभागों की जानकारी रखता है। सचिवालय में अरमान के माध्यम से इसकी आसानी से पहुंच थी। वह लडकों को अपने साथी जामिल के माध्यम से फंसाता था। गोखरपुर, आजमगढ, सुल्तानपुर, इलाहाबाद आदि स्थानों से लडके इसे मिलते थे। गिरफ्तार अरमान पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या का निजी सचिव रहा है, जिसका वेतन श्रम विभाग द्वारा आहरित होता रहा है। 

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अरमान अपने कार्यालय का उपयोग सलाहकार इत्यादि के लिए करता था व समय समय पर विभिन्न बहानों से पूर्व मंत्री को अभ्यर्थियों से मिलवाता रहता था। सरकारी विभागों के नियुक्ति एवं रिक्ति का मास्टर माइंड था। सभी आरोपी नौकरी लगाने के नाम पर युवाओं से मोटी रकम वसूलते थे। सभी आरोपियों के खिलाफ आगे की कार्रवाई जारी है।










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