Budget 2025: अखिलेश यादव, नवीन जिंदल, मिलिंद देवड़ा… देखिये किस नेता ने क्या कहा बजट पर

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा शनिवार को संसद में पेश आम बजट को लेकर दिग्गजों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 1 February 2025, 2:27 PM IST
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नई दिल्ली: देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज शनिवार को संसद में आम बजट पेश किया। बजट पर आम से लेकर खास लोगों की निगाहें टिकी हुई थी। वित्त मंत्री ने अपने पिटारे से कई बड़े ऐलान किया। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार इस बीच संसद में पेश बजट को लेकर पक्ष- विपक्षी के दिग्गज नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है। 

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आम बजट पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि बजट के आंकड़ों से ज्यादा महत्वपूर्ण उन लोगों के आंकड़े हैं जिनकी जान गई है। 

अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह मृतकों और खोए हुए लोगों का आंकड़ा नहीं दे पा रही है। उन्होंने बजट को महाकुंभ से जोड़ते हुए कहा कि 12 साल बाद कुंभ आता है। खोया-पाया केंद्र में बड़ी संख्या में लोग भटक रहे हैं।

जिस सरकार को ये बताने में 17 घंटे से ज्यादा लग गए कि भगदड़ मची, लोगों की जान चली गई। जिनके पास ये सपना नहीं है, विजन नहीं है कि महाकुंभ के लिए कितना इंफ्रास्ट्रक्चर होना चाहिए, जब 40 करोड़ लोगों के लिए व्यवस्था करनी थी, तो आपने क्या व्यवस्था की?  ये सरकार झूठी है, जो सरकार महाकुंभ का आयोजन नहीं कर सकती, आज के बजट में उसका हर आंकड़ा झूठा है।

शिवसेना राज्य सभा सांसद मिलिंद देवड़ा ने केंद्रीय बजट 2025 को लेकर कहा कि वित्त निर्मला सीतारमण ने इस बजट में इनटम टैक्स प्रावधानों में बदलाव करके और आयकर की सीमा बढ़ाकर आम आदमी को मजबूत बनाने का काम किया।

कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद नवीन जिंदल ने केंद्रीय बजट 2025 की सराहना की। उन्होंने कहा कि अब विश्व में भारतीय अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता। उन्होंने कहा कि जब लोगों की जेब में पैसे होता है तभी उनकी क्रय शक्ति बढती है और तभी मार्केट में पैसे आता है जिससे विकास की धुरी घूमती है। 

वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने बजट पर कहा कि ये राजनीतिक स्वार्थ पूरा करने वाला बजट है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर कहा कि देश में महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी की जबरदस्त मार के साथ ही सड़क, पानी, शिक्षा, सुख-शान्ति आदि की जरूरी बुनियादी सुविधाओं के अभाव के कारण लगभग 140 करोड़ की भारी जनसंख्या वाले भारत में लोगों का जीवन काफी त्रस्त है।

जिसका केन्द्रीय बजट के माध्यम से भी निवारण होना जरूरी थी। किन्तु वर्तमान भाजपा सरकार का भी बजट, कांग्रेस की ही तरह, राजनीतिक स्वार्थ का अधिक व जन एवं देशहित का कम लगता है। अगर ऐसा नहीं है तो इस सरकार में भी लोगों का जीवन लगातार तंग, बदहाल व दुखी क्यों? ’विकसित भारत’ का सपना  बहुजनों के हित का भी होना जरूरी।

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि यह बजट विकसित भारत और प्रधानमंत्री के नए और ऊर्जावान भारत के सपने को पूरा करने के संकल्प के लिए है। हर क्षेत्र का समुचित अध्ययन करने के बाद एक नया नक्शा तैयार किया गया है।

यह एक समग्र बजट है जो भारत को आगे ले जाएगा और न केवल भारत को आत्मनिर्भर बनाएगा बल्कि इसे विश्वगुरु के रूप में स्थापित करेगा।