

नीतीश कुमार रेड्डी, जो इंग्लैंड दौरे पर चोट के कारण बाहर हो गए, अब उनकी पूर्व प्रबंधन एजेंसी स्क्वायर द वन प्राइवेट लिमिटेड के साथ 5 करोड़ रुपये से अधिक के बकाए को लेकर कानूनी विवाद में फंसे हैं। एजेंसी ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की है, जिसमें उन पर समझौते के उल्लंघन और भुगतान न करने का आरोप लगाया गया है।
नीतीश कुमार रेड्डी पर धोखाधड़ी का आरोप (सोर्स- इंटरनेट)
New Delhi: टीम इंडिया के खिलाड़ी नीतीश कुमार रेड्डी, जो इंग्लैंड दौरे पर टीम का हिस्सा थे, चोट के कारण पूरी सीरीज से बाहर हो गए हैं। उन्होंने इस दौरे पर दो टेस्ट मैच खेले थे। इंग्लैंड दौरे से बाहर होने के बाद नीतीश अब कानूनी विवादों में फंस गए हैं। उनकी पूर्व प्रबंधन एजेंसी स्क्वायर द वन प्राइवेट लिमिटेड ने उन पर 5 करोड़ रुपये से अधिक की बकाया राशि नहीं चुकाने का आरोप लगाया है और इस मामले में याचिका दायर की है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नीतीश रेड्डी और उनकी पूर्व एजेंसी स्क्वायर द वन के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के दौरान मतभेद हो गए थे। इसके बाद नीतीश ने टीम इंडिया के एक साथी खिलाड़ी की मदद से नया मैनेजर चुनकर उनसे अनुबंध किया। इसी विवाद को लेकर स्क्वायर द वन प्राइवेट लिमिटेड ने मध्यस्थता और सुलह अधिनियम की धारा 11(6) के तहत याचिका दायर की है, जिसमें समझौते के उल्लंघन और बकाया भुगतान न करने का आरोप लगाया गया है। इस मामले की सुनवाई 28 जुलाई को दिल्ली हाईकोर्ट में होनी है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो नीतीश कुमार रेड्डी इस पूरे मामले को लेकर कोर्ट जाने को तैयार हैं। क्योंकि नीतीश ने एजेंसी को कोई भी पैसा देने से इनकार कर दिया है और दावा किया है कि एंडोर्समेंट डील उन्होंने खुद हासिल की थी। एजेंसी की इसमें कोई भूमिका नहीं थी। ऐसे में यह पूरा मामला लंबा चल सकता है। हालांकि, पूरे मामले पर अभी तक नीतीश रेड्डी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
याचिका में कथित अवैध अनुबंध उल्लंघन और बकाया राशि का भुगतान न करने से संबंधित दावों पर निर्णय लेने के लिए एक स्वतंत्र मध्यस्थ की नियुक्ति की माँग की गई है। खबरों में बताया गया है कि "ऐसे 90% विवाद अदालत में नहीं जाते और आपसी सहमति से सुलझा लिए जाते हैं, लेकिन यहाँ नीतीश ने कोई भी राशि देने से इनकार कर दिया और कहा कि उन्होंने सौदे तय कर लिए हैं।"
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महिला शतरंज विश्व कप 2025 के फाइनल में दिव्या देशमुख और कोनेरू हम्पी के बीच पहला मुकाबला कड़ी टक्कर के बाद ड्रॉ रहा। करीब तीन घंटे तक चली इस जंग में दोनों खिलाड़ियों ने शानदार रणनीति और धैर्य दिखाया, जिससे फाइनल के आगे के मुकाबलों के लिए रोमांच और बढ़ गया है।
बता दें कि नीतीश रेड्डी ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में टीम इंडिया के लिए शानदार शुरुआत की थी। हालांकि, उसके बाद से नीतीश के प्रदर्शन में गिरावट देखी गई है। क्योंकि टेस्ट डेब्यू के बाद आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के साथ 2025 का सीजन खराब रहा था। आईपीएल में नीतीश चोटिल भी हुए थे, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने इंग्लैंड सीरीज में खेलने का फैसला किया।
जानकारी के लिए बता दें कि नीतीश कुमार को घुटने में चोट आई थी। चोट काफी गंभीर बताई गई थी। इसी चोट की वजह से वह इंग्लैंड के खिलाफ खेली जा रही टेस्ट सीरीज से बाहर हो गए थे। उन्होंने इस सीरीज में दो मुकाबले खेले थे, जहां उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा।