भारतीय बॉक्सिंग में हड़कंप! महिला बॉक्सर लवलीना ने BFI के डायरेक्टर पर लगाए गंभीर आरोप, IOA कर रहा जांच

भारतीय महिला मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के कार्यकारी निदेशक कर्नल अरुण मलिक पर अपमानजनक व्यवहार का आरोप लगाया है। IOA ने इस मामले की जांच के लिए समिति गठित कर दी है, लेकिन एक महीने बाद भी रिपोर्ट लंबित है।

Post Published By: Mrinal Pathak
Updated : 7 August 2025, 12:50 PM IST
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New Delhi: भारतीय महिला मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के कार्यकारी निदेशक सेवानिवृत्त कर्नल अरुण मलिक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। लवलीना का कहना है कि कर्नल मलिक ने उनके साथ न केवल अपमानजनक व्यवहार किया, बल्कि महिलाओं के प्रति भेदभावपूर्ण रवैया भी दिखाया।

यह घटना 8 जुलाई को हुई एक जूम बैठक के दौरान हुई, जो टॉप्स (Target Olympic Podium Scheme) के तहत आयोजित की गई थी। लवलीना ने इस मामले में एक दो पन्नों की विस्तृत शिकायत दर्ज की है, जिसे उन्होंने खेल मंत्रालय, टॉप्स विभाग, भारतीय ओलंपिक संघ (IOA), बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (BFI) और SAI के महानिदेशक को भेजा है।

क्या महिला खिलाड़ी सम्मान की हकदार नहीं?

शिकायती पत्र में लवलीना ने लिखा कि 8 जुलाई की बैठक के बाद वह बेहद आहत और निराश महसूस कर रही हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या महिला खिलाड़ियों को इस देश में वास्तव में वह सम्मान और गरिमा मिलती है जिसकी वे हकदार हैं? लवलीना का कहना है कि यह मुद्दा केवल एक खिलाड़ी के तौर पर नहीं बल्कि एक महिला के नाते भी उन्हें गहराई से प्रभावित करता है।

चुप रहो और सिर झुकाओ...

लवलीना ने पत्र में बताया कि टॉप्स की उस मीटिंग में कर्नल मलिक ने उन पर चिल्लाते हुए कहा, “चुप रहो, अपना सिर नीचे रखो और जो कहा जा रहा है, वही करो।” उन्होंने इस व्यवहार को महिलाओं के प्रति शक्ति प्रदर्शन और भेदभावपूर्ण रवैया बताया।

अरुण मलिक ने खारिज किए आरोप

वहीं, दूसरी तरफ रिटायर्ड कर्नल अरुण मलिक ने लवलीना द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा कि बैठक पूरी तरह से पेशेवर माहौल में हुई थी और उसकी रिकॉर्डिंग भी की गई है, जो सभी अधिकारियों के पास मौजूद है। उन्होंने यह भी कहा कि लवलीना देश का गौरव हैं और उन्होंने उनकी बात को गंभीरता से सुना था।

जांच समिति गठित

लवलीना के पत्र को गंभीरता से लेते हुए सरकारी निर्देश के बाद IOA ने इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है, जिसमें एक महिला वकील, टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंता शरत कमल और टॉप्स के CEO नछत्तर सिंह जौहल शामिल हैं। इस समिति को दो सप्ताह में रिपोर्ट सौंपनी थी, लेकिन एक महीना बीत जाने के बाद भी रिपोर्ट सामने नहीं आई है।

 

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  • News Delhi

Published : 
  • 7 August 2025, 12:50 PM IST