

आईपीएल खिलाड़ी यश दयाल को नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में राजस्थान हाईकोर्ट से राहत नहीं मिली है। कोर्ट ने गिरफ्तारी पर रोक लगाने से इनकार करते हुए केस डायरी तलब की है। यश पर दो अलग-अलग दुष्कर्म के केस दर्ज हैं, जिनमें एक पॉक्सो एक्ट के तहत है।
यश दयाल को राहत नहीं (Img: Internet)
New Delhi: आईपीएल 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के तेज गेंदबाज यश दयाल पर नाबालिग लड़की से दुष्कर्म के गंभीर आरोप लगे हैं। इस मामले में यश दयाल ने राजस्थान हाईकोर्ट से गिरफ्तारी रोकने की याचिका दाखिल की थी, लेकिन अदालत ने राहत देने से इनकार कर दिया है। कोर्ट ने साफ कहा कि पीड़िता नाबालिग है, इसलिए गिरफ्तारी और पुलिस कार्रवाई पर रोक नहीं लगाई जा सकती।
हाईकोर्ट ने इस मामले में पुलिस की केस डायरी तलब कर ली है और अगली सुनवाई 22 अगस्त को होगी। यश दयाल के वकील कुणाल जैमन ने कोर्ट में बताया कि गाजियाबाद में भी उनके खिलाफ एक नाबालिग लड़की ने दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था, जिस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने रोक लगा दी थी। लेकिन इसके सात दिन बाद जयपुर में एक और नाबालिग लड़की ने यश दयाल पर दुष्कर्म का केस दर्ज कराया है। वकील ने दावा किया कि यह पूरा मामला एक संगठित गिरोह द्वारा बनाया गया है जो ऐसे केस दर्ज कराकर यश दयाल की छवि खराब करना चाहता है।
सांगानेर थानाधिकारी अनिल के मुताबिक, जयपुर की रहने वाली पीड़िता क्रिकेट खेलते हुए यश दयाल से मिली थी। आरोप है कि करीब दो साल पहले यश ने लड़की को क्रिकेट में करियर बनाने का लालच देकर उसका शारीरिक शोषण किया। इस मामले में पुलिस ने पीड़िता की नाबालिगता के कारण पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। इसके अलावा, आईपीएल 2025 के दौरान जयपुर के एक होटल में भी यश पर एक लड़की से दुष्कर्म करने का आरोप है।
यश दयाल पहले भी विवादों में रहे हैं। दो साल पहले उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक मुस्लिम विरोधी स्टोरी पोस्ट की थी, जिससे विवाद बढ़ गया था। बाद में यश ने इस स्टोरी को हटा दिया था और सफाई देते हुए कहा था कि वे उस स्टोरी को पोस्ट नहीं कर पाए थे, बल्कि अकाउंट से कोई और इसे पोस्ट कर रहा था।
यश दयाल के खिलाफ दोनों मामलों की जांच जारी है और राजस्थान हाईकोर्ट द्वारा गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग खारिज होने के बाद पुलिस की कार्रवाई तेज हो गई है। अदालत ने पीड़िता की नाबालिग होने को देखते हुए कड़े सुरक्षा प्रावधानों के साथ केस की सुनवाई का आदेश दिया है। अगली सुनवाई 22 अगस्त को होगी, जिसमें मामले की गहराई से जांच और आगे की कार्रवाई पर फैसला लिया जाएगा।