

आईपीएल 2025 के प्लेऑफ की दौड़ अब और भी रोमांचक होती जा रही है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
आईपीएल 2025, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (सोर्स-इंटरनेट)
नई दिल्ली: आईपीएल 2025 के प्लेऑफ की दौड़ अब और भी रोमांचक होती जा रही है। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ने टूर्नामेंट के इस अहम पड़ाव पर सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के खिलाफ 42 रनों से हार के साथ शीर्ष दो में जगह बनाने का सुनहरा मौका गंवा दिया। आपको बता दें कि इससे एक दिन पहले गुजरात टाइटन्स (GT) ने भी लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के खिलाफ हार के साथ यही गलती दोहराई थी। लगातार दो दिनों में प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करने वाली टीमों का हारना एक दिलचस्प संयोग रहा, खासकर तब जब दोनों मैच हाई स्कोरिंग रहे।
RCB ने की अच्छी शुरुआत
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, SRH ने पहले बल्लेबाजी करते हुए बड़ा स्कोर खड़ा किया और RCB के सामने 230 से ज्यादा रनों का लक्ष्य रखा। इस चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करते हुए RCB ने अच्छी शुरुआत की, खासकर फिल साल्ट की तूफानी बल्लेबाजी ने टीम को मजबूती दी। साल्ट ने महज 32 गेंदों में 62 रन बनाकर उम्मीदें जगाईं। हालांकि, उनकी पारी खत्म होते ही रन रेट धीमा हो गया और आखिरकार टीम लक्ष्य से काफी पीछे रह गई।
आईपीएल 2025, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (सोर्स-इंटरनेट)
हमारा ध्यान अगले मैच पर है
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए फिल साल्ट ने हार को निराशाजनक बताया, लेकिन साथ ही इसे सीखने का मौका भी माना। उन्होंने कहा, "हम प्लेऑफ में पहुंच गए हैं और यही सबसे अहम बात है। हारना किसी को पसंद नहीं होता, लेकिन अब हमारा ध्यान अगले मैच पर है। हमने इस मैच में भी कई अच्छे काम किए, जिससे हमारा आत्मविश्वास बढ़ा है।"
विकेट गंवाना टीम को भारी पड़ा
आरसीबी के बल्लेबाजों ने शुरुआती झटकों के बाद मैच में वापसी करने की कोशिश की, लेकिन डेथ ओवरों में विकेट गंवाना टीम को भारी पड़ा। साल्ट ने माना कि टीम को भरोसा था कि वे लक्ष्य हासिल कर सकते हैं। "15वें ओवर तक हम सभी को लगने लगा था कि हम यह मैच जीत सकते हैं, लेकिन क्रिकेट में कुछ भी निश्चित नहीं होता।"
यह महीना साल्ट के लिए आसान नहीं रहा। 3 मई को उन्हें बुखार के कारण चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ मैच से बाहर रहना पड़ा और फिर बीच में आईपीएल भी कुछ समय के लिए स्थगित हो गया। ऐसे में लंबे अंतराल के बाद मैदान पर वापसी करना उनके लिए खास रहा। उन्होंने कहा, "जब आप बीमार होते हैं, तो आप बिस्तर पर लेटे-लेटे सोचते रहते हैं कि क्या आप कभी ठीक हो पाएंगे। आज मैदान पर वापस आकर अच्छा लगा।"
टीमों के नतीजों पर भी नजर रखनी होगी
इस हार के बाद आरसीबी अधिकतम 19 अंक ही हासिल कर सकती है, जिसके चलते शीर्ष दो में जगह पक्की नहीं मानी जा सकती। अब उन्हें दूसरी टीमों के नतीजों पर भी नजर रखनी होगी। दिलचस्प बात यह है कि प्लेऑफ सिस्टम शुरू होने के बाद से अब तक 2016 में ही कोई टीम तीसरे या चौथे स्थान से ट्रॉफी जीत पाई है। ऐसे में शीर्ष दो में रहना हमेशा फायदे का सौदा माना जाता है।