

प्रज्ञानंद ने मैग्नस कार्लसन को लास वेगास में आयोजित फ्रीस्टाइल शतरंज ग्रैंड स्लैम के चौथे राउंड में शिकस्त देकर शानदार जीत दर्ज की है। दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी को केवल 39 चालों में हराकर उन्होंने साबित कर दिया कि वह भारत के नंबर वन चेस प्लेयर क्यों हैं।
मैग्नस कार्लसन और रमेशबाबू प्रज्ञानंद (सोर्स- सोशल मीडिया)
New Delhi: भारत के ग्रैंडमास्टर रमेशबाबू प्रज्ञानंद ने भारत का डंका अमेरिका में बचा दिया है। लास वेगास में प्रज्ञानंद में कमाल का खेल दिखाते हुए दुनिया के नंबर 1 शतरंज खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन को करारी शिकस्त दे दी। खास बाते रही कि 19 साल के प्रज्ञानंद ने महज 39 चालों में ही जीत दर्ज कर अपना परचम लहरा दिया है।
प्रज्ञानंद ने मैग्नस कार्लसन को बुधवार, 16 जुलाई को लास वेगास में आयोजित फ्रीस्टाइल शतरंज ग्रैंड स्लैम के चौथे राउंड में शिकस्त देकर शानदार जीत दर्ज की है। दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी को केवल 39 चालों में हराकर उन्होंने साबित कर दिया कि वह भारत के नंबर वन चेस प्लेयर क्यों हैं। लास वेगास में प्रज्ञानानंद की यह ऐतिहासिक जीत है।
ग्रैंडमास्टर रमेशबाबू प्रज्ञानंद ने शुरू से अंत तक अपनी इच्छानुसार खेल खेला। इस खेल में प्रज्ञानंद 93.9 प्रतिशत सटीकता के साथ खेल रहे थे, जबकि कार्लसन की सटीकता 84.9 प्रतिशत थी, जो सामान्य से कम थी। प्रज्ञानंद की यह जीत उनके करियर को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही है। अब प्रज्ञानंद ने मैग्नस कार्लसन को तीनों प्रमुख प्रारूपों में हरा दिया है। प्रज्ञानंद ने क्लासिकल, रैपिड और ब्लिट्ज में जीत हासिल की है।
Praggnanandhaa beats Carlsen and takes the sole lead in their group on 3.5/4! https://t.co/bULo6wDydU pic.twitter.com/uQvC0ljLzK
— chess24 (@chess24com) July 16, 2025
इस जीत के साथ, प्रज्ञानंद 3.5 अंकों के साथ सफेद मोहरों के समूह में शीर्ष पर हैं। प्रज्ञानंद ने अपने खाते में एक और उपलब्धि जोड़ ली है। उन्होंने कार्लसन को तीनों प्रमुख समय प्रारूपों- क्लासिकल, रैपिड और ब्लिट्ज में हराया।
रमेशबाबू प्रज्ञानंद ने मैग्नस कार्लसन को हराने के बाद मैच के बाद दिए गए इंटरव्यू में कहा कि 'मुझे इस समय क्लासिकल से ज्यादा फ्रीस्टाइल पसंद है।' प्रज्ञानंद के सहज लहजे और निडरता ने उन्हें आज इस मुकाम पर पहुंचाया है कि वे पूरी दुनिया में भारत का परचम लहरा रहे हैं। ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन को भी हराया है।
भारत के खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने भी प्रज्ञानंद की जीत पर एक पोस्ट शेयर किया है। मनसुख मंडाविया ने लिखा कि शतरंज में भारत के लिए एक और गौरव का क्षण। खेल मंत्री ने आगे लिखा कि सिर्फ 19 साल की उम्र में ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानंद ने फ्रीस्टाइल शतरंज ग्रैंड स्लैम में दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन को सिर्फ 39 चालों में हराकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है।