

पेरिस ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता अमर सहरावत विश्व कुश्ती चैंपियनशिप के लिए पूरी तरह तैयार हैं। 57 किग्रा वर्ग में उन्होंने चयन ट्रायल में शानदार प्रदर्शन किया और फाइनल में तकनीकी श्रेष्ठता से जीत हासिल की। 65 किग्रा में सुजीत कलकल ने टीम में जगह बनाई, जबकि दीपक पूनिया ने 92 किग्रा वर्ग में दबदबा दिखाया।
अमन सहरावत (सोर्स- सोशल मीडिया)
New Delhi: पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले पहलवान अमर सहरावत विश्व कुश्ती चैंपियनशिप के लिए पूरी तरह तैयार हैं। 22 वर्षीय अमन (57 किग्रा) ने चयन ट्रायल में अपने प्रतिद्वंद्वियों को कड़ी टक्कर दिए बिना ही आसानी से जीत हासिल की। अगले महीने क्रोएशिया के जाग्रेब में होने वाले इस टूर्नामेंट में यह उनकी पेरिस ओलंपिक के बाद दूसरी विश्वस्तरीय प्रतिस्पर्धा होगी।
अमर सहरावत ने ट्रायल के पहले मुकाबले में सुमित के खिलाफ केवल एक अंक का नुकसान करते हुए तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर जीत हासिल की। इसके बाद फाइनल में उन्होंने राहुल को बिना कोई अंक दिए तकनीकी श्रेष्ठता से परास्त कर फाइनल में शानदार प्रदर्शन किया। इससे पता चलता है कि अमन अपनी फिटनेस और फॉर्म के चरम पर हैं।
अमन ने कहा, "मैं अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौट आया हूं। मेरी फिटनेस अच्छी है और मेरी लय भी वापस आ गई है। मंगोलिया रैंकिंग सीरीज में मेरी कुछ गलतियां थीं, लेकिन वह मेरी पहली प्रतियोगिता थी।"
65 किग्रा वर्ग में सुजीत कलकल ने अनुज और विशाल कालीरमन जैसे मजबूत पहलवानों को हराकर राष्ट्रीय टीम में अपनी जगह पक्की की। सुजीत ने अपने रक्षात्मक खेल और जवाबी हमलों से चयनकर्ताओं को प्रभावित किया। बजरंग पुनिया के टीम से हटने के बाद 65 किग्रा वर्ग में कमजोर प्रदर्शन हुआ था, लेकिन सुजीत ने इस वर्ग में नई उम्मीदें जगा दी हैं।
टोक्यो ओलंपिक के 86 किग्रा वर्ग के स्टार पहलवान दीपक पूनिया ने इस बार 92 किग्रा वर्ग में दबदबा दिखाया। मंजीत को मात्र 73 सेकंड में हराने के बाद उन्होंने हरियाणा के सचिन को भी परास्त किया और विश्व चैंपियनशिप का टिकट काटा।
अंडर 20 चैंपियन मुकुल दहिया ने 86 किग्रा वर्ग में सचिन जगलान और आशीष को आसानी से हराकर टीम में जगह बनाई। 79 किग्रा वर्ग में हरियाणा के अमित ने बढ़त बनाई, वहीं 74 किग्रा वर्ग में जगदीप ने कम प्रतिस्पर्धा के बावजूद जीत दर्ज की।
70 किग्रा वर्ग में रोहित, 61 किग्रा में उदित, 97 किग्रा में विक्की और 125 किग्रा में रजत ने भी राष्ट्रीय टीम में अपनी जगह पक्की की। इस प्रकार, विश्व कुश्ती चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम न केवल अनुभवी पहलवानों के दम पर मजबूत है, बल्कि युवा प्रतिभाओं ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। यह टीम आगामी मुकाबलों में भारत के लिए कई उम्मीदें लेकर आगे बढ़ेगी।