

राजधानी दिल्ली में एक बार फिर पिछले साल की तरह बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। पढ़ें पूरी खबर
यमुना का लगातार बढ़ रहा जलस्तर
नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड समेत पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश का असर अब दिल्ली पर भी दिखने लगा है। यमुना नदी के लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण राजधानी दिल्ली में एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान के करीबर पहुंच चुकी है और जलस्तर लगातार ऊपर उठ रहा है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण नदियां ऊफान पर है। यमुना का जलस्तर भी लगातार कई स्थानों पर ऊपर पहुंच चुका है। हथिनि कुंड से पानी छोड़ने के कारण दिल्ली में यमुना का वाटर लेवल खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। हथिनि कुंड से हर घंटे 20 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
यमुना नदी का जलस्तर 203 मीटर पहुंचा
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर 203 मीटर पहुंच चुका है, जो खतरे के निशान के करीब है। यमुना के लगातार बढते जलस्तर को देखते हुए सरकार और तमाम विभाग अलर्ट मोड पर है। दिल्ली के निचले इलाकों में बाढ़ के संभावित खतरे से निपटने के लिये जरूरी तैयारियां जारी है।दरअसल, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण नदियां ऊफान पर है। यमुना का जलस्तर भी लगातार कई स्थानों पर ऊपर पहुंच चुका है।
बाढ़ का खतरा मंडरा रहा
जानकारी के मुताबिक, हथिनि कुंड से पानी छोड़ने के कारण दिल्ली में यमुना का वाटर लेवल खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। हथिनि कुंड से हर घंटे 20 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। यमुना का जलस्तर बढ़ने से दिल्लीवासियों की टेंशन बढ़ गई है। हर साल की तरह इस बार भी दिल्ली में बाढ़ जैसे हालात बनने लगे हैं। दरअसल, हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ने से जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। साथ ही बता दें कि दिल्ली पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
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