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भीलवाड़ा पुलिस ने धोखाधड़ी व कूटरचित दस्तावेज़ तैयार करने वाले व 11 मामलों में वांछित शातिर आरोपी सांवरमल शर्मा को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की। आरोपी ने अपने रिश्तेदार की जमीन को आधार व पैन कार्ड के माध्यम से धोखे से अपनी पत्नी के नाम करवा दिया था।
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
Bhilwara: जिले में बढ़ते संगठित अपराधों पर नकेल कसने के लिए पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह के निर्देशानुसार चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत कोतवाली थाना पुलिस ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। धोखाधड़ी व कूटरचित दस्तावेज़ तैयार कर लोगों की संपत्ति हड़पने वाले 11 प्रकरणों में वांछित शातिर आरोपी सांवरमल शर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, यह गिरफ्तारी न केवल पुलिस टीम के सतत प्रयासों का परिणाम है बल्कि जिले में लगातार सामने आ रहे जमीन घोटालों पर भी करारा प्रहार माना जा रहा है।
अभियान का नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय पारस जैन द्वारा किया गया, वहीं संपूर्ण कार्रवाई शहर वृताधिकारी सज्जन सिंह राठौड़ के सुपरविजन में आगे बढ़ाई गई। कोतवाली थाना प्रभारी शिवराज गुर्जर के मार्गदर्शन में गठित विशेष टीमों ने आरोपी की लगातार बदलती लोकेशन और उसकी सावधानीपूर्वक बनाई गई सुरक्षा व्यवस्था को भेदते हुए उसे दबोच लिया। पुलिस के अनुसार यह कार्रवाई काफी चुनौतीपूर्ण थी, क्योंकि आरोपी लंबे समय से फरार चल रहा था और अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए बार-बार ठिकाने बदल रहा था।
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इसके बाद, 27 अक्टूबर 2025 को पनोतिया निवासी (हाल चेन्नई) ओमप्रकाश शर्मा ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि ग्राम पांसल स्थित उसके भाई की खरीदी हुई जमीन को आरोपी सांवरमल शर्मा, जो उनका ही रिश्तेदार है उसने नामांतरण कराने के बहाने आधार कार्ड, पैन कार्ड और हस्ताक्षर लिए। इन दस्तावेजों का गलत उपयोग करते हुए आरोपी ने पूरी जमीन अपनी पत्नी के नाम करवा दी।
यह एक सुनियोजित अपराध था जिसमें आरोपी ने न केवल विश्वास का दुरुपयोग किया बल्कि सरकारी अभिलेखों में हेराफेरी कर कूटरचित दस्तावेज तैयार किए। शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई शुरू की और आरोपी की खोजबीन तेज कर दी।
जांच के दौरान यह सामने आया कि सांवरमल शर्मा पहले भी धोखाधड़ी के 10 मामलों में वांछित था। उसके खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में जमीन और दस्तावेज़ों से जुड़े कई गंभीर प्रकरण दर्ज हैं। पुलिस के मुताबिक, वह एक कुशल ठग की तरह पहचान बदलकर और बार-बार लोकेशन शिफ्ट करके फरार चल रहा था।
विशेष टीमों ने आरोपी की गतिविधियों, मोबाइल लोकेशन, परिचितों और संभावित ठिकानों की लगातार निगरानी की। आसूचना तंत्र को सक्रिय करने के बाद पुलिस को उसके मूवमेंट के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली। मौके पर दबिश देकर टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि आरोपी से पूछताछ जारी है और संभावना है कि उसके नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों के नाम भी सामने आ सकते हैं।