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एमजीएच में लगातार बढ़ते मरीजों और घटते नर्सिंग स्टाफ के बीच हालात बिगड़ते जा रहे हैं। इसी गंभीर समस्या को लेकर बुधवार को राजस्थान नर्सेज यूनियन ने अस्पताल गेट पर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। यूनियन के जिलाध्यक्ष लक्की ब्यावट के नेतृत्व में नर्सिंग कार्मिकों ने प्रदर्शन किया।
राजस्थान नर्सेज यूनियन का जोरदार प्रदर्शन
Bhilwara: महात्मा गांधी अस्पताल (एमजीएच) में लगातार बढ़ते मरीजों और घटते नर्सिंग स्टाफ के बीच हालात बिगड़ते जा रहे हैं। इसी गंभीर समस्या को लेकर बुधवार को राजस्थान नर्सेज यूनियन ने अस्पताल गेट पर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। यूनियन के जिलाध्यक्ष लक्की ब्यावट के नेतृत्व में नर्सिंग कार्मिकों ने प्रदर्शन कर जिला कलेक्टर जस्मीत सिंह संधू और अधीक्षक डॉ. अरुण गौड़ को विस्तृत ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया गया कि एमजीएच में करीब 36 नर्सिंग पद लंबे समय से रिक्त पड़े हैं। इसके बावजूद अस्पताल में बेड क्षमता बढ़ाकर दोगुने मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में कार्यरत नर्सेज पर अत्यधिक कार्यभार पड़ रहा है और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं।
यूनियन के मेडिकल कॉलेज अध्यक्ष निरंजन चंपावत ने बताया कि कलेक्टर, विधायक गोपाल खंडेलवाल और पूर्व विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी की पहल पर सीएमएचओ द्वारा 10 नर्सिंग कर्मियों को लगाने पर सहमति बनी है, लेकिन यूनियन ने इसे मौजूदा परिस्थितियों की तुलना में अपर्याप्त बताया।
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नर्सेज यूनियन ने कलेक्टर से आग्रह किया है कि मरीजों की बढ़ती संख्या और उपलब्ध बेड को देखते हुए अस्पताल में कम से कम 40 नर्सिंग स्टाफ की तत्काल व्यवस्था की जाए, ताकि सेवाएं सुचारू रूप से संचालित रह सकें।
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विरोध प्रदर्शन के दौरान यूनियन के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में नर्सिंग कार्मिक मौजूद रहे, जिनमें—लक्की ब्यावट, निरंजन चंपावत, गिरिराज लड्ढा, अंकित काबरा, ललित जीनगर, करण सिंह सिसोदिया, दिनेश खटीक, दुर्गालाल मीणा, ओमप्रकाश जैन, वीना फिलिप, सीमा सेन, पवन सिंगल, काशीराम नायक, सत्यनारायण सोनी, सतीश शर्मा, सिराज खान, दिनेश पांडे, अहसान मोहम्मद, हेमंत गर्ग, अनीता चौधरी, रजिया सुल्ताना सहित अनेक नर्सिंग कर्मचारी शामिल थे।
अस्पताल प्रशासन पर दबाव बढ़ने के साथ अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि मांगों को लेकर कितनी तेजी से कार्रवाई होती है।