

कथावाचक अनिरुद्धाचार्य का महिलाओं पर आपत्तिजनक बयान वायरल होते ही मथुरा में बवाल मच गया। महिला अधिवक्ताओं ने पुलिस में शिकायत दी और चेतावनी दी – अगर कार्रवाई नहीं हुई, तो होगा बड़ा आंदोलन। सवाल उठता है, क्या संत की आड़ में छिपे हैं दोहरे मापदंड?
गौरी गोपाल आश्रम के पीठाधीश्वर अनिरुद्धाचार्य (सोर्स इंटरनेट)
Mathura: वृंदावन के चर्चित कथावाचक और गौरी गोपाल आश्रम के पीठाधीश्वर अनिरुद्धाचार्य एक बार फिर अपने बयानों को लेकर विवादों में घिर गए हैं। इस बार उनका एक पुराना प्रवचन वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें महिलाओं के खिलाफ की गई टिप्पणी ने व्यापक आक्रोश फैला दिया है। मथुरा की महिला अधिवक्ताओं ने इसे महिलाओं की गरिमा पर हमला बताया है और आरोपी कथावाचक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
सूत्रों के अनुसार, वायरल हो रहे वीडियो में अनिरुद्धाचार्य मंच से कहते सुने जा सकते हैं: "पहले 14 साल की उम्र में शादी हो जाती थी, तो लड़कियां परिवार में घुल-मिल जाती थीं। लेकिन अब 25 साल की लड़कियां जब घर में आती हैं, तो कहीं न कहीं मुंह मार चुकी होती हैं।" यह बयान सामने आते ही सोशल मीडिया पर बवाल मच गया। कई यूजर्स ने इसे घोर आपत्तिजनक, अश्लील और महिलाओं का चरित्र हनन करने वाला करार दिया है।
इस बयान से आहत होकर मथुरा की महिला अधिवक्ताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने एसएसपी श्लोक कुमार से मुलाकात की और लिखित शिकायत दी। अधिवक्ताओं ने कहा कि यह सिर्फ महिलाओं का नहीं बल्कि पूरे समाज का अपमान है, जिसे किसी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता।
महिला अधिवक्ताओं ने गुरुवार को एक बैठक भी की, जिसमें भविष्य में प्रदर्शन और न्यायिक कार्रवाई की रूपरेखा तय की गई। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ने समय रहते ठोस कदम नहीं उठाया, तो वे बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगी।
इस मुद्दे पर मथुरा की बार एसोसिएशन ने महिला अधिवक्ताओं का समर्थन करते हुए अनिरुद्धाचार्य के बयान की कड़ी निंदा की है। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप शर्मा ने कहा, “यह बयान न केवल समाज के नैतिक ताने-बाने को चोट पहुँचाता है, बल्कि महिलाओं की गरिमा के खिलाफ भी है। हम ऐसे बयान देने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की माँग करते हैं।”
अनिरुद्धाचार्य पहले भी अपने प्रवचनों में कई बार विवादास्पद टिप्पणियां कर चुके हैं। कभी देवी-देवताओं को लेकर किए गए मजाक तो कभी सामाजिक विषयों पर आपत्तिजनक टिप्पणियों के कारण वे आलोचना के घेरे में रहे हैं। इस बार मामला महिलाओं की अस्मिता और प्रतिष्ठा से जुड़ा हुआ है, जिसे लेकर समाज का एक बड़ा तबका आहत और गुस्से में है। पुलिस प्रशासन ने शिकायत मिलने की पुष्टि की है और कहा है कि मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।