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यूपी के अलीगढ़ में शनिवार को सैकड़ों की तादात में आशा संगीनियों ने कलेक्ट्रेट परिसर में जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान आशा वर्करों ने प्रदर्शन किया और मानदेय बढ़ोतरी की मांग की है। उन्होंने सरकार को हिदायत दी कि उनकी मांगों को माना नहीं गया तो वह प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
अलीगढ़ में आशा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
Aligarh: यूपी के अलीगढ़ में शनिवार को सैकड़ों की तादात में आशा संगीनियों ने अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में जोरदार प्रदर्शन किया। जानकारी के अनुसार सैकड़ो की तादात में आशा संगीनियों अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंची और जोरदार प्रदर्शन किया।
आशा संगीनियों ने कहा कि सरकार ने न तो हमारा वेतन बढ़ाया है और नहीं ही मदद का रुका हुआ पैसा अभी तक हमको नहीं मिला है। आशा संगीनियों ने उच्च अधिकारियों पर आरोप लगाया कि जबरदस्ती दवाव बनाकर काम करवा रहे हैं।
आशा संगीनियों ने प्रदर्शन के दौरान कहा किया हम लोग त्योहार नहीं मना सकते हैं जो हमको त्योहार पर भी पैसा नहीं मिला। उनका कहना है कि सरकार द्वारा दिया जाने वाला मासिक मानदेय से महंगाई के इस दौर में परिवार का गुजारा चलाना मुश्किल है, और वे सरकार से वेतन बढ़ाने और सरकार से अन्य माँगें पूरी करने की अपील कर रही हैं।
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उन्होंने कहा कि आशा कार्यकत्री और आशा संगिनी स्वास्थ्य विभाग की सभी योजनाओं को जमीनी स्तर पर जन-जन तक पहुंचाती हैं। वे गर्भवती महिलाओं के पंजीकरण से लेकर जच्चा-बच्चा की देखभाल और संपूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित करती हैं। हालांकि, उनके अनुसार, इसका सारा श्रेय मुख्यमंत्री द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दिया जा रहा है, जिस पर प्रदेश की समस्त आशा कार्यकर्ताओं ने नाराजगी व्यक्त की है।
आशा संगिनी ने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांग पूरी नहीं करेगी तब तक इसी तरह के धरना प्रदर्शन सरकार के खिलाफ चलते रहेंगे। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि अपने काम के बदले उचित सम्मान और आर्थिक सहायता की मांग कर रही हैं।
आशा कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि यदि 31 अक्टूबर 2025 तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगी। इसके तहत, 1 नवंबर 2025 से उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में समस्त कार्यों का बहिष्कार करते हुए अपने-अपने ब्लॉक, सीएचसी और पीएससी पर कलमबंद हड़ताल की जाएगी।
प्रदर्शन का कारण