राहुल गांधी ने जीता दिल: ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान गोलीबारी में अनाथ बच्चों के लिए उठाया ऐसा कदम, आप भी बोलोगे- वाह

राहुल गांधी के निर्देशों पर यूथ कांग्रेस ने यह सुनिश्चित किया कि मदद सीधे लाभार्थियों तक पहुंचे और पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और व्यवस्थित तरीके से हो।
यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु चिब ने कहा, “राहुल गांधी जी ने जो वादा किया था, उसे पूरा किया जा रहा है। यह केवल राहत नहीं, बल्कि भविष्य के लिए आशा देने का एक प्रयास है। हम इन बच्चों की शिक्षा और आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम करते रहेंगे।”

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 31 July 2025, 1:42 AM IST
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Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में पाकिस्तानी गोलाबारी (ऑपरेशन सिंदूर) में अपने माता-पिता को खो चुके अनाथ बच्चों के लिए कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक मानवीय और संवेदनशील पहल की है। राहुल गांधी के निर्देश पर भारतीय यूथ कांग्रेस ने बुधवार को पुंछ में आयोजित एक कार्यक्रम में 30 अनाथ बच्चों को 40-40 हजार रुपये की राहत राशि के चेक वितरित किए। यह सहायता इन बच्चों की शिक्षा और जीवन-यापन के लिए दी गई है।

12वीं तक पढ़ाई का खर्च राहुल गांधी उठाएंगे

इस मौके पर यूथ कांग्रेस की ओर से बताया गया कि राहुल गांधी ने इन बच्चों की 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई का पूरा खर्च उठाने का वादा किया है। साथ ही प्रत्येक दो वर्षों के अंतराल पर इन बच्चों को आर्थिक सहायता के रूप में राहत राशि भी प्रदान की जाएगी। इस पहल के तहत अब तक कुल 12 लाख रुपये की राशि वितरित की जा चुकी है, जिससे हर प्रभावित बच्चे को 40 हजार रुपये की सहायता मिली।

पुंछ में डाक बंगला बना सहानुभूति और सहयोग का केंद्र

इस कार्यक्रम का आयोजन पुंछ के डाक बंगले में किया गया, जहां यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु चिब और जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तारिक हमीद करा ने स्वयं बच्चों को चेक सौंपे। इस मौके पर प्रभावित परिवारों के सदस्य, स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ता और अन्य वरिष्ठ नेता भी उपस्थित रहे। आयोजन स्थल पर एक भावुक माहौल देखा गया, जहां कई परिवारों की आंखें नम थीं, लेकिन राहत और सहारे की उम्मीद स्पष्ट रूप से झलक रही थी।

पुंछ दौरे के दौरान राहुल गांधी ने जताई थी संवेदना

गौरतलब है कि कुछ सप्ताह पहले पुंछ जिले में पाकिस्तानी सेना की ओर से की गई अंधाधुंध गोलाबारी में कई परिवारों को जान-माल का नुकसान हुआ था। इस त्रासदी के बाद राहुल गांधी ने स्वयं पुंछ का दौरा किया था और प्रभावित परिवारों, विशेष रूप से अनाथ बच्चों से मुलाकात कर उनके दुख-दर्द को साझा किया था। इसी दौरान उन्होंने वादा किया था कि जो बच्चे अपने माता-पिता को इस गोलाबारी में खो चुके हैं, उनकी शिक्षा और देखभाल की जिम्मेदारी वे स्वयं उठाएंगे।

यूथ कांग्रेस की सराहनीय पहल

राहुल गांधी के निर्देशों पर यूथ कांग्रेस ने यह सुनिश्चित किया कि मदद सीधे लाभार्थियों तक पहुंचे और पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और व्यवस्थित तरीके से हो।
यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु चिब ने कहा, "राहुल गांधी जी ने जो वादा किया था, उसे पूरा किया जा रहा है। यह केवल राहत नहीं, बल्कि भविष्य के लिए आशा देने का एक प्रयास है। हम इन बच्चों की शिक्षा और आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम करते रहेंगे।"

राजनीति से ऊपर उठकर एक मानवीय कदम

इस पहल को राजनीतिक गलियारों से बाहर भी सराहना मिल रही है। राहुल गांधी की इस मानवीय पहल को केवल एक राजनीतिक घोषणा नहीं, बल्कि एक जमीनी स्तर पर क्रियान्वित राहत कार्यक्रम के रूप में देखा जा रहा है। जहां एक ओर पाकिस्तान की गोलाबारी से प्रभावित परिवारों की ज़िंदगी थम सी गई थी, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस की इस सहायता पहल ने उनमें नए भरोसे का संचार किया है।

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