

शिंगोडा नदी में अचानक आई बाढ़ में फंसे लोगों के लिए पुलिस ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन, जानिए क्या है पूरा मामला
बाढ़ में फंसे लोग ( सोर्स - इंटरनेट )
गुजरात: जिले के शिंगोडा नदी में अचानक आई बाढ़ ने उस समय हड़कंप मचा दिया जब छह लोग पानी में फंस गए। हालात की गंभीरता को देखते हुए कोडिनार और गिर गढडा पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। समय रहते की गई इस कार्रवाई ने एक बड़े हादसे को टाल दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता से मिली जानकारी के मुताबिक घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन सक्रिय हो गया। कोडिनार और गिर गढडा थानों की पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची और बिना समय गंवाए राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया। इस ऑपरेशन में राजस्व विभाग और स्थानीय तैराकों की अहम भूमिका रही। पुलिस ने रस्सियों, लाइफ जैकेट्स और अन्य सुरक्षा उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए सावधानीपूर्वक सभी छह लोगों को बाढ़ के पानी से बाहर निकाला।
बचाव कार्य बेहद चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि बारिश लगातार जारी थी और नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा था। पुलिस ने जोखिम उठाकर पूरी मुस्तैदी से काम किया और यह सुनिश्चित किया कि किसी की जान को खतरा न हो। स्थानीय तैराकों की भी प्रशंसा हो रही है, जिन्होंने पूरे समर्पण और साहस के साथ पुलिस का साथ दिया।
रेस्क्यू के बाद प्रशासन ने इलाके के लोगों से अपील की है कि वे भारी बारिश के दौरान नदियों, झीलों और अन्य जल स्रोतों के पास जाने से बचें। मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। प्रशासन का कहना है कि बारिश के मौसम में सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है।
गिर सोमनाथ में इस तरह की घटनाएं मानसून के दौरान आम हो जाती हैं, लेकिन समय पर की गई कार्रवाई और प्रशासन की तत्परता ऐसी त्रासदियों को टाल सकती है। इस रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिए एक बार फिर साबित हुआ कि आपदा की घड़ी में प्रशासन, पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच तालमेल से जानें बचाई जा सकती हैं। प्रशासन ने इस सफल बचाव कार्य में शामिल सभी जवानों और स्थानीय नागरिकों को धन्यवाद देते हुए कहा है कि ऐसे प्रयासों से ही समाज में सुरक्षा और सहयोग की भावना मजबूत होती है।