भारत कैसे बनेगा आत्मनिर्भर: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी ने गिनाए 12 स्तंभ, जानें हर एक का खास महत्व

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस पर आत्मनिर्भर भारत को विकसित भारत की नींव बताया। उन्होंने लाल किले से संबोधन में रक्षा, तकनीक, ऊर्जा, अंतरिक्ष और कृषि सहित 12 क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता के लिए उठाए गए प्रमुख कदमों को साझा किया।

Post Published By: Asmita Patel
Updated : 15 August 2025, 4:19 PM IST
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New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए आत्मनिर्भर भारत को विकसित राष्ट्र की दिशा में भारत के सफर की आधारशिला बताया। उन्होंने रक्षा, टेक्नोलॉजी, ऊर्जा, स्पेस और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्रों में भारत की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए आत्मनिर्भर भारत के 12 प्रमुख कदमों की घोषणा की।

आत्मनिर्भर भारत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2025 को लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हुए आत्मनिर्भर भारत को विकसित भारत की बुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि भारत अब केवल एक उपभोक्ता देश नहीं, बल्कि वैश्विक नेतृत्व की ओर अग्रसर एक नवाचारशील शक्ति है। पीएम मोदी ने विशेष रूप से रक्षा, टेक्नोलॉजी, ऊर्जा, अंतरिक्ष और निर्माण क्षेत्रों में भारत की सफलता की चर्चा की।

ऑपरेशन सिंदूर

प्रधानमंत्री ने "ऑपरेशन सिंदूर" को भारत की रक्षा आत्मनिर्भरता का एक ऐतिहासिक उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि स्वदेशी हथियार और तकनीक अब भारत की सैन्य शक्ति का आधार हैं। भारत आज निर्णायक और स्वतंत्र कार्रवाई करने में सक्षम है और राष्ट्रीय सुरक्षा अब विदेशी आपूर्ति पर निर्भर नहीं रह गई है।

रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता

पीएम मोदी ने देश को याद दिलाया कि रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता अब केवल एक सपना नहीं, बल्कि धरातल पर उतर चुकी सच्चाई है। भारत में बने हथियार और उपकरण अब केवल रक्षा बलों के लिए नहीं, बल्कि निर्यात के लिए भी तैयार किए जा रहे हैं।

जेट इंजन निर्माण की अपील

प्रधानमंत्री ने देश के नवप्रवर्तनकर्ताओं और युवाओं से अपील की कि वे भारत में ही जेट इंजन का निर्माण करें। उन्होंने कहा कि यह प्रयास भारत को अगली पीढ़ी की रक्षा तकनीकों में आत्मनिर्भर बनाएगा और पूरी तरह स्वदेशी रक्षा प्रणाली की ओर ले जाएगा।

सेमीकंडक्टर और हाईटेक नेतृत्व

पीएम मोदी ने यह ऐलान किया कि 2025 के अंत तक भारत मेड-इन-इंडिया सेमीकंडक्टर चिप्स लॉन्च करेगा। यह भारत की तकनीकी स्वतंत्रता का प्रतीक होगा। उन्होंने AI, साइबर सुरक्षा, डीप टेक्नोलॉजी और ऑपरेटिंग सिस्टम के क्षेत्रों में नवाचार पर भी जोर दिया।

स्पेस सेक्टर में आत्मनिर्भरता और विस्तार

प्रधानमंत्री ने ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए बताया कि भारत अब अपने खुद के स्पेस स्टेशन की दिशा में कार्य कर रहा है। आज 300 से अधिक भारतीय स्टार्टअप अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में सक्रिय हैं। यह दर्शाता है कि भारत केवल अनुसरण नहीं, नेतृत्व करने के लिए तैयार है।

नवीकरणीय ऊर्जा में आत्मनिर्भरता

प्रधानमंत्री ने रिनेबल एनर्जी सेक्टर को आत्मनिर्भर भारत की प्रमुख प्राथमिकता बताया। उन्होंने कहा कि सौर और पवन ऊर्जा के क्षेत्र में भारत विश्व में अग्रणी भूमिका निभा रहा है, जिससे ऊर्जा स्वतंत्रता की दिशा में ठोस कदम बढ़ाए गए हैं।

क्रिटिकल मिनरल्स और डीपवॉटर मिशन

पीएम मोदी ने राष्ट्रीय क्रिटिकल मिनरल्स मिशन और नेशनल डीपवॉटर एक्सप्लोरेशन मिशन की घोषणा की। इन पहलों का उद्देश्य भारत को खनिज और ऊर्जा संसाधनों में आत्मनिर्भर बनाना है, जो आगे चलकर औद्योगिक विकास की गति को तेज करेगा।

कृषि और उर्वरक क्षेत्र में आत्मनिर्भरता

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने कृषि उत्पादन में आत्मनिर्भरता के साथ-साथ उर्वरकों के निर्माण में भी उल्लेखनीय प्रगति की है। इससे किसानों को सशक्त बनाने और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद मिली है।

डिजिटल संप्रभुता और स्वदेशी प्लेटफॉर्म

पीएम मोदी ने डिजिटल भारत की सफलता पर जोर देते हुए बताया कि भारत ने अब अपनी डिजिटल संप्रभुता स्थापित कर ली है। देश में बने स्वदेशी डिजिटल प्लेटफॉर्म वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भागीदारी निभा रहे हैं।

दवाओं और हेल्थ इनोवेशन में आत्मनिर्भरता

स्वास्थ्य क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत आज न केवल दुनिया का फार्मेसी हब बन चुका है, बल्कि दवाओं और हेल्थ टेक्नोलॉजी में निरंतर नवाचार कर रहा है।

‘मिशन सुदर्शन चक्र’

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मिशन सुदर्शन चक्र’ की घोषणा करते हुए कहा कि यह भारत की तकनीकी और रक्षा ताकत को मजबूत करने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। इसका उद्देश्य रणनीतिक स्वायत्तता को और अधिक सुदृढ़ करना है।

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