

गुरुग्राम में एक महिला को अपने ही पति और खुद को जान से मारने की धमकी भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। उसने marital dispute के चलते फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट बनाया और झूठी शिकायत दर्ज कराई थी। जानिए पूरा मामला।
साइबर अपराध, प्रतीकात्मक फोटो
New Delhi: गुरुग्राम के साइबर पुलिस स्टेशन ने एक चौंकाने वाला मामला सुलझाते हुए एक महिला को गिरफ्तार किया है, जिसने अपने पति और खुद को जान से मारने की धमकियां देने के लिए फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट बनाया था। महिला की पहचान प्रिया मिश्रा के रूप में हुई है, जो सोहना की एक आवासीय सोसाइटी की निवासी है।
यह गिरफ्तारी बुधवार को तब हुई जब साइबर क्राइम साउथ पुलिस स्टेशन ने 29 मई को दर्ज की गई एक शिकायत की जांच की। इस शिकायत में प्रिया मिश्रा ने दावा किया था कि एक महिला के इंस्टाग्राम अकाउंट से उन्हें और उनके पति को बार-बार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं।
पुलिस ने आईपीसी और आईटी एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया और सहायक पुलिस आयुक्त (साइबर क्राइम) प्रियांशु दीवान की देखरेख में इंस्पेक्टर नवीन कुमार के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई।
पुलिस को कई तकनीकी सबूत हाथ लगे
जांच के दौरान पुलिस को कई तकनीकी सबूत हाथ लगे। जब प्रिया मिश्रा से गहन पूछताछ की गई तो उसने स्वीकार किया कि उसने ही यह फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट बनाया था। उसने बताया कि पति के साथ वैवाहिक तनाव के चलते उसने यह कदम उठाया ताकि उसके पति को फंसाया जा सके और उसके खिलाफ मामला दर्ज हो।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया, “पूछताछ में महिला ने बताया कि उसने जानबूझकर दोनों को धमकियां भेजीं और फिर खुद ही शिकायत दर्ज करा दी। जांच के बाद उस मोबाइल फोन को भी बरामद कर लिया गया है जिससे ये धमकियां भेजी जा रही थीं।”
इस मामले ने न सिर्फ साइबर क्राइम की गंभीरता को उजागर किया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि वैवाहिक तनाव कभी-कभी किस हद तक पहुंच सकता है।
साइबर क्राइम पर गुरुग्राम पुलिस की कार्रवाई
गौरतलब है कि जनवरी से मई 2025 के बीच गुरुग्राम साइबर क्राइम पुलिस ने कुल 52 लोगों को गिरफ्तार किया है और एक नाबालिग को हिरासत में लिया गया है। इन सभी मामलों में कुल ₹61.65 करोड़ की साइबर धोखाधड़ी की गई थी।
इन गिरफ्तारियों में सोशल मीडिया प्रोफाइल के जरिए ठगी, सेक्सटॉर्शन, इन्वेस्टमेंट स्कैम, फर्जी अफसर बनकर लोगों को ठगना और FedEx जैसे फर्जीवाड़ों का इस्तेमाल शामिल था। पुलिस ने इन अभियानों में कुल 26 मोबाइल फोन, 5 लैपटॉप, 3 सिम कार्ड, एक एटीएम कार्ड, एक चेकबुक और ₹15.36 लाख नकद बरामद किए हैं।
इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) की जांच में यह भी सामने आया है कि साइबर अपराध का दायरा अब राज्य की सीमाओं से बाहर निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर फैल चुका है।