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                        चेन्नई स्थित ईडी ऑफिस को उड़ाने की धमकी से हड़कंप मच गया। डीजीपी ऑफिस को एक धमकी भरा ईमेल मिला, जिसमें बम होने का दावा किया गया था। बम निरोधक दस्ते ने सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। यहां पढ़ें पूरी खबर
 
                                            ईडी ऑफिस को उड़ाने की धमकी (सोर्स- गूगल)
New Delhi: चेन्नई में स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ED) के रीजनल ऑफिस में गुरुवार सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया, जब बम की धमकी वाला एक ईमेल प्राप्त हुआ। ईमेल में दावा किया गया था कि ईडी ऑफिस की इमारत में विस्फोटक पदार्थ रखा गया है।
तुरंत ही पुलिस, बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वॉड की टीमें मौके पर पहुंचीं और पूरे परिसर की तलाशी ली गई। हालांकि, करीब एक घंटे की सघन जांच के बाद यह साफ हो गया कि यह धमकी फर्जी थी और किसी ने केवल दहशत फैलाने के उद्देश्य से मेल भेजा था।
गुरुवार सुबह लगभग 8:30 बजे, चेन्नई के डीजीपी ऑफिस को एक अज्ञात ईमेल मिला, जिसमें लिखा था कि “शास्त्री भवन स्थित ईडी ऑफिस की तीसरी मंजिल पर बम रखा गया है।” जैसे ही यह मेल अधिकारियों तक पहुंचा, प्रशासन ने तुरंत अलर्ट जारी किया और सुरक्षा एजेंसियों को सूचना दी। कुछ ही मिनटों में ईडी ऑफिस की ओर जाने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए गए और कर्मचारियों को अंदर जाने से रोक दिया गया।
करीब 8:40 बजे, चेन्नई पुलिस, बम निरोधक दस्ते (Bomb Disposal Squad) और डॉग स्क्वॉड की टीम ईडी ऑफिस पहुंची। उन्होंने पहले बिल्डिंग को खाली कराया, फिर हर कमरे और गलियारे की बारीकी से जांच शुरू की।
टीम ने एंटी-सैबोटेज स्कैनिंग उपकरणों की मदद से दीवारों, केबिनों और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों तक की जांच की। इस दौरान स्पेशल डायरेक्टर और एडिशनल डायरेक्टर (CEZO-I) भी मौजूद रहे।
करीब एक घंटे तक चली तलाशी में टीम को कोई संदिग्ध वस्तु, वायरिंग, या विस्फोटक सामग्री नहीं मिली। इसके बाद पुलिस ने पुष्टि की कि धमकी पूरी तरह फर्जी थी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि “हमने बिल्डिंग के हर हिस्से की जांच की है। कोई विस्फोटक या खतरनाक वस्तु नहीं मिली। फिलहाल यह साफ है कि किसी ने जानबूझकर यह मेल भेजकर अफवाह फैलाने की कोशिश की है।”
एहतियात के तौर पर, ईडी के सभी कर्मचारियों को सुबह करीब दो घंटे तक ऑफिस के बाहर ही रखा गया। पुलिस ने जब पुष्टि की कि कोई खतरा नहीं है, तब जाकर ऑफिस को सामान्य रूप से खोला गया। इस बीच, चेन्नई पुलिस ने आसपास के इलाकों में भी सर्च ऑपरेशन चलाया ताकि किसी संभावित खतरे को खत्म किया जा सके।
 
प्रवर्तन निदेशालय (सोर्स- गूगल)
पुलिस साइबर सेल अब उस अज्ञात मेल के स्रोत की जांच में जुट गई है। अधिकारियों ने बताया कि “हम ईमेल के सर्वर ट्रेस कर रहे हैं। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि मेल किस स्थान से भेजा गया था और इसमें कौन शामिल है।”
अगर यह मजाकिया हरकत पाई जाती है तो आरोपियों पर आईटी एक्ट और झूठी धमकी फैलाने के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह पहली बार नहीं है जब किसी सरकारी या संवेदनशील दफ्तर को बम की फर्जी धमकी मिली हो। हाल के महीनों में देशभर के कई शहरों में स्कूलों, एयरपोर्ट और दफ्तरों में इस तरह के ईमेल धमकी के मामले बढ़े हैं। अधिकारियों का कहना है कि ज्यादातर ऐसे मामले विदेश से भेजे गए फर्जी मेल होते हैं, जिनका उद्देश्य केवल डर फैलाना होता है।
चेन्नई पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध मेल या संदेश की जानकारी तुरंत पुलिस को दें और अफवाहों पर विश्वास न करें। पुलिस ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं और किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
