डोनाल्ड ट्रंप बोल रहे झूठ: ऑपरेशन सिंदूर पर अमेरिका ने नहीं करवाया था युद्धविराम, जानें किसने किया खुलासा

ऑपरेशन सिंदूर को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने झूठा बयान दिया था। डोनाल्ड ट्रंप के कहने से भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम नहीं हुआ। इसका खुलासा पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने किया।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 17 September 2025, 1:32 AM IST
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New Delhi: भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव के दौरान अमेरिका की कथित मध्यस्थता को लेकर पहली बार पाकिस्तान की ओर से बड़ा कबूलनामा सामने आया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने स्वीकार किया है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान युद्धविराम का प्रस्ताव अमेरिका के माध्यम से आया था, लेकिन भारत ने इसे स्वीकार नहीं किया। यह बयान डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे की पुष्टि करता है, जिसमें उन्होंने भारत-पाक के बीच मध्यस्थता की बात कही थी। जिसे भारत ने पहले ही सिरे से खारिज कर दिया था।

इशाक डार का बड़ा खुलासा

इशाक डार ने एक कार्यक्रम के दौरान सार्वजनिक रूप से कहा, “भारत ने कभी भी किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को स्वीकार नहीं किया। जब हमने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से ट्रंप के दावे पर सवाल किया तो उन्होंने साफ कहा कि भारत ने हमेशा इसे एक द्विपक्षीय मुद्दा माना है।”

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भारत ने तीसरे पक्ष की भूमिका को खारिज

उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान ने कई बार भारत से बातचीत के लिए पहल की है। डार ने दावा किया कि 10 मई की सुबह 8:17 बजे अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो ने उन्हें सूचना दी थी कि जल्द ही भारत और पाकिस्तान के बीच किसी तटस्थ स्थान पर बातचीत होगी। लेकिन 25 जुलाई को वाशिंगटन में हुई एक मुलाकात में रुबियो ने साफ कहा कि भारत ने किसी भी तीसरे पक्ष की भूमिका को खारिज कर दिया है।

भारत की नीति स्पष्ट, पाकिस्तान की बेचैनी जाहिर

इशाक डार ने यह भी कहा, “हमें तीसरे पक्ष की मध्यस्थता से कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन भारत बार-बार कहता है कि यह एक द्विपक्षीय मामला है। जब रुबियो के जरिए सीजफायर का प्रस्ताव आया, तो हमें भरोसा दिलाया गया था कि बातचीत होगी। लेकिन बाद में स्पष्ट किया गया कि भारत इसके लिए तैयार नहीं है।”

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पाकिस्तान बातचीत से नहीं हिचकता

डार ने यह भी कहा कि पाकिस्तान बातचीत से नहीं हिचकता और यदि भारत चाहे तो दोनों देश व्यापक चर्चा कर सकते हैं। उन्होंने कहा, “बातचीत केवल एक विषय पर नहीं होनी चाहिए। इसमें आतंकवाद, व्यापार, अर्थव्यवस्था और कश्मीर जैसे मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए।”

हम शांति चाहते हैं, लेकिन...

इशाक डार ने एक शांतिप्रिय देश होने का दावा करते हुए कहा कि पाकिस्तान किसी से भीख नहीं मांग रहा। उन्होंने कहा, “अगर कोई देश बातचीत करना चाहता है, तो हम उसका स्वागत करेंगे। लेकिन बातचीत के लिए दो पक्षों की मंशा जरूरी होती है। जब तक भारत तैयार नहीं होगा, तब तक बातचीत संभव नहीं है।”

भारत की प्रतिक्रिया का इंतजार

हालांकि भारत की ओर से इस बयान पर अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन भारत की नीति हमेशा से स्पष्ट रही है कि भारत-पाक के सभी मुद्दे द्विपक्षीय हैं और किसी तीसरे पक्ष की भूमिका नहीं हो सकती। पाकिस्तान के इस हालिया बयान को विशेषज्ञ भारत की नीति की राजनयिक जीत के रूप में देख रहे हैं।

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