

ब्रह्मऋषि आश्रम ने मॉरीशस में शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में 1 अरब डॉलर निवेश की घोषणा की है। मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम से मुलाकात के बाद सिद्धगुरु श्री सिद्धेश्वर ब्रह्मऋषि ने बताया कि यह पहल भारत और मॉरीशस के बीच सहयोग को नई ऊँचाई देगी।
ब्रह्मऋषि आश्रम पहुंचे मॉरीशस के प्रधानमंत्री
Tirupati: आंध्र प्रदेश के तिरुपति में सिद्धगुरु श्री सिद्धेश्वर ब्रह्मऋषि गुरुवर ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि ब्रह्मऋषि आश्रम मॉरीशस में शिक्षा, स्वास्थ्य और समग्र विकास के लिए 1,000 मिलियन डॉलर (लगभग 1 अरब डॉलर) का निवेश करेगा। इस निवेश का उद्देश्य मुफ्त शिक्षा, अस्पताल सेवाएं और राष्ट्रहित से जुड़े विकास कार्यों को बढ़ावा देना है। यह घोषणा मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम से मुलाकात के बाद की गई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम अपनी पत्नी के साथ सोमवार को तिरुपति स्थित सी. रामापुरम गांव में बने ब्रह्मऋषि आश्रम पहुंचे। यहाँ उन्होंने करीब तीन घंटे तक रहकर ब्रह्मऋषि गुरुवर से आशीर्वाद लिया और आश्रम द्वारा जनकल्याण के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों का निरीक्षण किया। इस दौरान आश्रम में शंखनाद के साथ उनका धार्मिक स्वागत किया गया। ब्रह्मऋषि गुरुवर ने उन्हें शॉल और स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया।
प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने कहा कि उन्हें आश्रम आकर और ब्रह्मऋषि गुरुवर से मिलकर बहुत अच्छा लगा। उन्होंने बताया कि ब्रह्मऋषि गुरुवर का पूरा जीवन मानव सेवा और कल्याण के लिए समर्पित है। उन्होंने यह भी कहा कि मॉरीशस के पिछले चुनाव में ब्रह्मऋषि गुरुवर ने उन्हें जीत का आशीर्वाद दिया था, जिसकी वजह से वे विजयी हो सके। उन्होंने गुरुवर के प्रति अपनी श्रद्धा और सम्मान व्यक्त किया।
कार्यक्रम में उपस्थित आंध्र प्रदेश के धार्मिक न्यास मंत्री अनम रमणारायण रेड्डी, स्थानीय सांसद एम. गुरुमूर्ति, चंद्रगिरी विधायक पुलिवर्थी नानी और संयुक्त कलेक्टर शुभम बंसल ने भी इस ऐतिहासिक अवसर को सराहा। ब्रह्मऋषि गुरुवर ने अपने संबोधन में कहा कि 'प्रधानमंत्री रामगुलाम भारत और मॉरीशस के बीच एक सेतु हैं। हम उनके लिए प्रार्थना करते हैं कि वे मानवता की सेवा में सफलता प्राप्त करें।'
ब्रह्मऋषि आश्रम का यह निवेश भारत और मॉरीशस के संबंधों को मजबूत करने के साथ-साथ शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में नई योजनाओं को गति देगा। आश्रम के कार्यक्रमों में सामाजिक जिम्मेदारी और मानव सेवा को प्राथमिकता दी जाती रही है। इस निवेश से मॉरीशस में गरीब और जरूरतमंद लोगों को शिक्षा और चिकित्सा सेवाओं का लाभ मिलेगा।
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