

हाल ही में मीडिया में ऐसी रिपोर्ट्स आई थीं कि एटीएम से 500 रुपये के नोटों की निकासी जल्द ही बंद हो सकती है, लेकिन वित्त मंत्रालय ने इसका खंडन किया है। मंत्रालय ने बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) छोटे नोटों जैसे 100 और 200 रुपये की उपलब्धता बढ़ाने के लिए कदम उठा रहा है। 30 सितंबर 2025 तक कम से कम 75% एटीएम से 100 और 200 रुपये के नोट निकलने चाहिए,और 2026 तक यह आंकड़ा बढ़कर 90% होना चाहिए।
New Delhi: हाल ही में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि एटीएम से 500 रुपये के नोटों की निकासी जल्द ही बंद हो सकती है। इस रिपोर्ट ने आम जनता और वित्तीय जगत में चिंता पैदा कर दी थी। लेकिन, इस पर वित्त मंत्रालय ने आधिकारिक स्पष्टीकरण जारी किया है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) भविष्य में भी जनता की लेन-देन की जरूरतों को पूरा करने के लिए अलग-अलग मूल्य के नोटों का सही मिश्रण बनाए रखेगा।
नोटों के मिश्रण का उद्देश्य
वित्त मंत्रालय ने बताया कि सरकार का उद्देश्य 500 रुपये के नोटों को बंद करना नहीं है। दरअसल, यह कदम छोटे नोटों जैसे 100 और 200 रुपये की उपलब्धता बढ़ाने के लिए है। मंत्रालय का कहना है कि एटीएम में नोटों के प्रकार का चयन आम जनता की जरूरतों के हिसाब से किया जाएगा और 500 रुपये के नोटों का चलन सामान्य रहेगा।
नए दिशा-निर्देशों का उद्देश्य
आरबीआई ने एटीएम ऑपरेटर्स और बैंकों को निर्देश दिए हैं कि वे 30 सितंबर 2025 तक कम से कम 75% एटीएम से 100 और 200 रुपये के नोटों की निकासी सुनिश्चित करें। इसके बाद 31 मार्च 2026 तक इस आंकड़े को 90% तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। वित्त मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि यह कदम 500 रुपये के नोटों को बदलने के लिए नहीं है, बल्कि छोटे नोटों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए है, ताकि लोग रोजमर्रा की जरूरतों के लिए अधिक छोटे मूल्य के नोटों का इस्तेमाल कर सकें।
सांसदों के सवाल और मंत्रालय का जवाब
5 अगस्त 2025 को राज्यसभा में सांसद येर्रम वेंकट सुब्बा रेड्डी और मिलिंद मुरली देवड़ा ने एटीएम से 500 रुपये के नोटों की निकासी और छोटे नोटों की उपलब्धता को लेकर सवाल किए थे। वित्त मंत्रालय ने बताया कि इस समय 500 रुपये के नोटों का चलन जारी रहेगा, और छोटे नोटों की आपूर्ति में वृद्धि की जा रही है।
आवश्यकता के अनुसार छोटे नोटों की आपूर्ति
संसदीय सत्र में इस पर चर्चा करते हुए वित्त मंत्रालय ने कहा कि छोटे नोटों की उपलब्धता से आम नागरिकों को अधिक सुविधा होगी, खासकर उन लोगों को जो छोटे लेन-देन करते हैं। इस कदम से बाजार में मुद्रा का प्रवाह भी बेहतर तरीके से होगा और इससे रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करना आसान होगा।
इस दिशा में आरबीआई की योजना के तहत, एटीएम ऑपरेटर्स और बैंकों को 100 और 200 रुपये के नोटों की संख्या बढ़ाने के लिए एक व्यापक योजना तैयार करने का निर्देश दिया गया है।
आखिरकार, 500 रुपये के नोटों का चलन जारी रहेगा
फिनेंस मंत्रालय के जवाब से यह साफ हो गया कि 500 रुपये के नोटों की एटीएम से निकासी पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा। यह कदम छोटे नोटों की उपलब्धता बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया जा रहा है, ताकि आम जनता की लेन-देन संबंधी आवश्यकताएं पूरी हो सकें।
वित्त मंत्रालय ने यह भी बताया कि आरबीआई अपने कदमों के द्वारा सुनिश्चित करेगा कि सभी वर्गों को जरूरत के अनुसार मुद्रा मिले और भारतीय अर्थव्यवस्था में नकद लेन-देन की प्रक्रिया सरल बनी रहे।