हिंदी
सर्दियों में कुछ खाने-पीने की चीजें पेट पर भारी पड़ सकती हैं और गैस, एसिडिटी जैसी समस्याएं बढ़ा सकती हैं। तली-भुनी चीजें, ठंडी डेयरी प्रोडक्ट्स और ज्यादा चीनी से पाचन धीमा हो सकता है। गर्म, हल्का और आसानी से पचने वाला भोजन पेट को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
ये फूड्स हैं पेट के लिए हानिकारक (फोटो सोर्स-इंटरनेट)
New Delhi: सर्दियों का मौसम अपने साथ खुशियाँ, त्योहार और खाने-पीने की विशेष चीजें लेकर आता है। हल्की धूप की सुबह, ठंडी शाम और घर में गरमागरम पकवानों की खुशबू इस मौसम को और भी खास बना देती है। लेकिन इस मौसम में कुछ ऐसी खाद्य वस्तुएँ भी होती हैं, जो खाने से पेट में असहजता, गैस, एसिडिटी और अन्य पाचन संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं। आइए जानते हैं कि सर्दियों में कौन-सी चीजें खाने से बचना चाहिए।
सर्दियों में तली-भुनी चीजों की क्रेविंग सबसे ज्यादा होती है। पकौड़े, समोसे, पूरी या अन्य तली हुई चीजें पेट को भारी बना देती हैं। ठंड के मौसम में शरीर अतिरिक्त ऊर्जा खर्च करता है ताकि गर्म रह सके, ऐसे में भारी भोजन पचाने में और मेहनत करनी पड़ती है। इसके परिणामस्वरूप गैस, पेट में भारीपन, एसिडिटी और अन्य पाचन संबंधी परेशानियाँ बढ़ सकती हैं। इसलिए तले-भुने खाने से बचें और हल्का, गर्म और आसानी से पचने वाला भोजन करें।
गर्मियों में सलाद और कच्ची सब्जियाँ खाने से शरीर को ठंडक मिलती है और यह हल्का महसूस होता है। लेकिन सर्दियों में कच्चा भोजन अंदर से शरीर को ठंडा करता है और पचने में ज्यादा समय लेता है। इस कारण पेट फूलना, गैस और असहजता जैसी समस्याएँ बढ़ सकती हैं। सर्दियों में सलाद के बजाय सब्जियों को हल्का उबालकर या सूप के रूप में लेना बेहतर रहता है।
इन चीजों का सेवन कर सकता है पाचन खराब
(फोटो सोर्स-इंटरनेट)
दही, छाछ, ठंडी क्रीम और अन्य ठंडी डेयरी वस्तुएँ सर्दियों में बलगम और बंद नाक जैसी समस्याओं को बढ़ा देती हैं। ठंडे दूध या ठंडी दही का सेवन गले और साइनस पर भी जल्दी असर डाल सकता है। इसके बजाय गर्म दूध, हल्दी वाला दूध या गर्म दही का सेवन फायदेमंद रहता है।
सर्दियों में त्योहारों के कारण मीठी चीजों का सेवन बढ़ जाता है। चॉकलेट, मिठाई, हलवा जैसी वस्तुएँ अधिक मात्रा में खाने से न केवल वजन बढ़ता है, बल्कि इम्यूनिटी भी कमजोर हो सकती है। इससे सर्दी-जुकाम और अन्य संक्रमण जल्दी पकड़ सकते हैं। गुड़, खजूर और सूखे मेवे जैसी प्राकृतिक मिठाइयाँ स्वास्थ्य के लिए बेहतर विकल्प होती हैं।
सर्दियों में गरम चाय और कॉफी का सेवन आदत बन जाता है। हालांकि, इनकी अधिक मात्रा शरीर को डिहाइड्रेट कर देती है। इससे त्वचा रूखी हो सकती है, थकान और नींद में समस्या हो सकती है। हर्बल टी, मसाला चाय या अदरक वाली चाय पीने से इन समस्याओं से बचा जा सकता है।
सर्दियों में मटन, चिकन या अन्य भारी नॉन-वेज करी खाने का चलन बढ़ जाता है। हालांकि, ज्यादा मसालेदार और भारी भोजन पेट पर बोझ डालता है। इसका पाचन धीमा हो जाता है और गैस, पेट भारीपन, जलन जैसी समस्याएँ पैदा हो सकती हैं। इस मौसम में हल्की ग्रेवी या उबली हुई सब्जियों के साथ प्रोटीन लेना बेहतर रहता है।
सर्दियों में पेट को स्वस्थ रखने के लिए हल्का और गर्म भोजन करना चाहिए। जंक फूड, ठंडी चीजें और भारी नॉन-वेज खाने से बचें। ताजा सब्जियाँ, हल्का सूप, गर्म दूध और हल्का मसाला आपके पाचन के लिए फायदेमंद रहेगा। इसके साथ ही पानी पर्याप्त मात्रा में पीना और समय पर भोजन करना भी जरूरी है।