काठमांडू में सन्नाटा, नेपाल के आर्मी चीफ की कमान में देश; जानिए भारत, चीन और पाकिस्तान में कितनी सैलरी मिलती है सेना प्रमुखों को

नेपाल में हुए हिंसक आंदोलन के बाद अब देश की कमान आर्मी चीफ अशोक राज सिगदेल के हाथ में है। इस बीच एशिया के आर्मी प्रमुखों की सैलरी को लेकर चर्चाएं तेज हैं। जानिए भारत, पाकिस्तान, नेपाल और चीन के आर्मी चीफ को कितनी मिलती है सैलरी और क्या हैं उनकी सुविधाएं।

Post Published By: Asmita Patel
Updated : 11 September 2025, 2:54 PM IST
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New Delhi: नेपाल की राजधानी काठमांडू में इस समय हालात असामान्य बने हुए हैं। हाल ही में हुए बवाल के बाद शहर में सन्नाटा पसरा है और गुरुवार 11 सितंबर को भी यहां कर्फ्यू जारी रहा। राजनीतिक अस्थिरता और जन असंतोष की स्थिति के बीच नेपाल के आर्मी चीफ अशोक राज सिगदेल चर्चा में बने हुए हैं, क्योंकि इन हालात में देश की सुरक्षा व्यवस्था की कमान उन्हीं के हाथों में है। इस बीच यह सवाल भी चर्चा में है कि नेपाल समेत दक्षिण एशिया के देशों में आर्मी चीफ को कितनी सैलरी दी जाती है और उनकी तुलना में भारत, चीन जैसे देशों की सैन्य प्रमुखों को कितनी सुविधाएं मिलती हैं।

भारत: मजबूत सेना, आकर्षक सैलरी

भारत के आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी हैं, जिन्हें देश में थल सेना का सर्वोच्च पद प्राप्त है। उन्हें सैलरी के रूप में लगभग 2.5रु लाख प्रति माह दिए जाते हैं। इसके साथ-साथ वे कई सरकारी सुविधाएं और भत्तों के हकदार हैं जिनमें सरकारी आवास, वाहन, सुरक्षा व्यवस्था, और पेंशन योजना शामिल हैं। थल सेना में लेफ्टिनेंट जनरल या आर्मी कमांडर जैसे उच्च पदों पर तैनात अधिकारियों को भी लगभग 2.25रु लाख सैलरी मिलती है। भारत की सेना विश्व की सबसे बड़ी सेनाओं में से एक है और इसके प्रमुख को एक अत्यंत प्रतिष्ठित पद प्राप्त होता है, जिसकी जिम्मेदारियां भी अत्यधिक होती हैं।

कितनी सैलरी मिलती है सेना प्रमुखों को

पाकिस्तान: सीमित संसाधनों में बड़ी जिम्मेदारी

पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर हैं, जिन्हें पाकिस्तानी सेना में सर्वोच्च स्थान प्राप्त है। ‘Salary Survey Pakistan’ की रिपोर्ट के अनुसार, उन्हें हर महीने करीब 2 लाख पाकिस्तानी रुपए वेतन के रूप में मिलते हैं। यह भारतीय मुद्रा में लगभग 60,000रु से 70,000रु के बराबर होता है। मुनीर को भी सरकारी आवास, वाहन, सुरक्षा, मेडिकल सुविधा और कई अन्य लाभ प्राप्त हैं। हालांकि पाकिस्तान में आर्थिक चुनौतियों के चलते सैन्य वेतन उतना प्रतिस्पर्धी नहीं है जितना भारत या चीन में देखने को मिलता है।

नेपाल: सीमित बजट, सीमित वेतन

नेपाल में सेना के प्रमुख को प्रधान सेनापति कहा जाता है और इस समय यह पद अशोक राज सिगदेल के पास है। वे देश में आर्मी के सबसे बड़े अधिकारी हैं। नेपाली शैक्षणिक पोर्टल Edusanjal के अनुसार, उन्हें मासिक वेतन के रूप में 67,140 नेपाली रुपए मिलते हैं, जो भारतीय मुद्रा में लगभग 42,000रु के आसपास होता है। हालांकि यह सैलरी नेपाल की अर्थव्यवस्था और बजट के हिसाब से औसत से ऊपर मानी जाती है, फिर भी यह भारत और चीन जैसे देशों से काफी पीछे है। उन्हें भी सरकारी आवास, गाड़ी और अन्य आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।

चीन: सबसे आगे, सबसे ताकतवर

चीन की सेना को पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) कहा जाता है, और वहां भारत या नेपाल की तरह कोई अलग "आर्मी चीफ" नहीं होता। PLA में थल, वायु और नौसेना तीनों एकीकृत रूप से संचालित होती हैं। वर्ष 2016 में सैन्य सुधारों के तहत वहां जॉइंट स्टाफ डिपार्टमेंट की स्थापना की गई जो PLA का मुख्य कमांड है। इस विभाग के प्रमुख जनरल लियू झेनली हैं, जिन्हें चीन के मिलिट्री चीफ ऑफ स्टाफ के समकक्ष माना जाता है। उनकी मासिक सैलरी लगभग 30,000 युआन है, जो भारतीय मुद्रा में करीब 3.72रु लाख होती है।

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