

डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव के दौरान पांच विमान मार गिराए गए थे और अमेरिका ने हस्तक्षेप कर संभावित परमाणु युद्ध को टाल दिया। UNSC में अमेरिकी राजदूत ने भी इस शांति प्रयास की पुष्टि की।
डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा दावा(सोर्स-गूगल)
New Delhi: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध को रोकने का दावा किया है। ट्रंप ने मंगलवार को व्हाइट हाउस में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि दोनों देशों के बीच सैन्य टकराव के दौरान पांच विमान गिराए गए थे और अगर अमेरिका ने हस्तक्षेप नहीं किया होता तो यह संघर्ष परमाणु युद्ध में तब्दील हो सकता था।
ट्रंप ने कहा, "मैंने भारत और पाकिस्तान को फोन किया और चेतावनी दी कि अगर आप यह जारी रखते हैं तो आगे व्यापार नहीं होगा। इससे किसी का भला नहीं होगा। ये दोनों शक्तिशाली परमाणु संपन्न देश हैं। कौन जानता है इसका अंजाम क्या होता। मैंने इसे रुकवाया।"
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिक्रिया
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की कार्यवाहक प्रतिनिधि डोरोथी शिया ने भी इस दावे की पुष्टि करते हुए कहा कि अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने में अहम भूमिका निभाई है। मंगलवार को UNSC में पाकिस्तान की अध्यक्षता में 'बहुपक्षवाद और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान' विषय पर खुली बहस में उन्होंने कहा कि अमेरिका ने पिछले तीन महीनों में भारत-पाकिस्तान, कांगो-रवांडा और ईरान-इजराइल के बीच तनाव कम किया है।
डोनाल्ड ट्रंप (सोर्स-गूगल)
भारत की प्रतिक्रिया
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पर्वतनेनी हरीश ने अपने बयान में कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रखेगा। उन्होंने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का जिक्र किया, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के फ्रंट संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट ने ली है।
हरीश ने कहा कि हम आतंक के खिलाफ वैश्विक एकजुटता की मांग करते हैं। भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए कोई भी जरूरी कदम उठाने को तैयार है।
ट्रंप के पुराने दावे
यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने भारत-पाक टकराव में मध्यस्थता का दावा किया है। इससे पहले भी वे यह कह चुके हैं कि व्यापारिक दबाव और कूटनीति के जरिए उन्होंने दोनों देशों को संयम बरतने पर मजबूर किया था।