

गोरखपुर के खजनी में सनसनीखेज वारदात: पुरानी रंजिश में अंकुर शाही पर जानलेवा हमला, सुधीर सिंह सहित तीन के खिलाफ FIR दर्ज
गोरखपुर: जिले के खजनी थाना क्षेत्र में पुरानी चुनावी रंजिश ने एक बार फिर हिंसक रूप ले लिया। कालेसर निवासी कुख्यात माफिया सुधीर सिंह और उनके साथियों पर कुशमौल गांव के अंकुर शाही पर जानलेवा हमले का गंभीर आरोप लगा है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार इस सनसनीखेज घटना के बाद खजनी पुलिस ने सुधीर सिंह, उनके साथी हिमाचल सिंह और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
क्या है पूरा मामला?
डाइनामाइट न्यूज रिपोर्ट अनुसार अंकुर शाही (पुत्र श्री मुन्ना शाही), निवासी कुशमौल, थाना बेलीपार, ने अपनी तहरीर में बताया कि 28 मई 2025 को वह किशन जयसवाल के गोदाम पर आयोजित एक पार्टी में शामिल होने गए थे। वहां पहले से मौजूद सुधीर सिंह (पुत्र स्व. शेरेन्द्र सिंह, निवासी कालेसर, थाना गीडा), हिमाचल सिंह (पुत्र बम बहादुर सिंह, निवासी भउवापार, थाना बेलीपार) और उनके एक अज्ञात साथी ने पुरानी चुनावी रंजिश के चलते अंकुर पर हमला बोल दिया। तहरीर के अनुसार, आरोपियों ने डंडा, कुर्सी और बांस जैसे हथियारों से अंकुर को बेरहमी से पीटा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए।
बचाव में आए लोगों ने बचाई जान
अंकुर ने बताया कि हमलावरों ने उन्हें तब तक मारा जब तक वह अधमरा नहीं हो गया। मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने बीच-बचाव कर उनकी जान बचाई। इसके बाद सुधीर सिंह और उनके साथी गाली-गलौज करते हुए और जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। हमले के बाद अंकुर किसी तरह अपनी जान बचाकर बाघागाड़ा पहुंचे और डायल 112 पर घटना की सूचना दी।
पुलिस ने दर्ज की FIR, शुरू की कार्रवाई
अंकुर शाही की तहरीर के आधार पर खजनी थाना पुलिस ने 29 मई 2025 को तड़के 1:35 बजे मुकदमा संख्या 0195/2025 दर्ज किया। यह मामला बीएनएस 2023 की धारा 109 (जानबूझकर चोट पहुंचाना), 351(3) (आपराधिक बल प्रयोग), और 352 (जान से मारने की धमकी) के तहत पंजीकृत किया गया है। FIR लेखक हेड कांस्टेबल राहुल कुमार यादव की देखरेख में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी है। थाना प्रभारी के आदेश पर जांच तेज कर दी गई है और आरोपियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
सुधीर सिंह का आपराधिक इतिहास
सुधीर सिंह गोरखपुर के टॉप-10 माफियाओं में शुमार है और उसका आपराधिक इतिहास लंबा है। पहले भी उसके खिलाफ 20 से अधिक मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। हाल ही में जून 2024 में सुधीर को गैर-लाइसेंसी असलहा रखने के मामले में दो साल की सजा और 10,000 रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई गई थी। इसके अलावा, उसकी अरबों की संपत्ति जब्त करने और जिला बदर करने की कार्रवाई भी हो चुकी है।
पुलिस की कार्रवाई पर सबकी नजर
इस घटना ने खजनी और आसपास के इलाकों में हड़कंप मचा दिया है। स्थानीय लोग सुधीर सिंह जैसे माफिया तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर कानून के दायरे में लाया जाएगा।
अंकुर शाही की अपील
अंकुर शाही ने पुलिस से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा, "मैंने अपनी जान जोखिम में डालकर पुलिस को सूचना दी। मेरी और मेरे परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।
"आगे की जांच जारी
पुलिस इस मामले में गवाहों के बयान दर्ज करने और CCTV फुटेज की जांच करने में जुटी है। सुधीर सिंह और उसके साथियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं। इस घटना ने एक बार फिर गोरखपुर में माफिया गतिविधियों पर सवाल खड़े किए हैं, और पुलिस की कार्रवाई पर सभी की निगाहें टिकी हैं।