

गोरखपुर के ख़जनी में महिला पर हुए क्रूर हमले का मामला अब नया मोड़ लेता दिख रहा है। जैसे ही खबर सार्वजनिक हुई, घायल महिला की पहचान होते ही पूरे इलाके में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।
Gorakhpur: गोरखपुर के ख़जनी में महिला पर हुए क्रूर हमले का मामला अब नया मोड़ लेता दिख रहा है। जैसे ही खबर सार्वजनिक हुई, घायल महिला की पहचान होते ही पूरे इलाके में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। पुलिस अभी इस पर मीडिया से बचती दिख रही है, लेकिन गांव के सूत्रों और पड़ताल में इस हमले की कहानी एक प्रेम जाल, विवाद और पारिवारिक खींचतान से जुड़ी सामने आ रही है।
डाइनामाइट न्यूज रिपोर्ट व सूत्रीय जानकारी अनुसार घायल महिला की पहचान हरपुर बुदहट थाना क्षेत्र के ग्राम सभा छपिया निवासी अनूप निषाद की पत्नी सोनम निषाद के रूप में हुई है। सोनम का बीते वर्षों में बस्ती जिले के पोस्ट सियाही के एक युवक से प्रेम संबंध था। बताया जाता है कि वह युवक अक्सर सोनम से मिलने आता-जाता था। मामले को लेकर गांव में कई बार पंचायत भी हुई और बड़ी मुश्किल से उस युवक से पीछा छूटा।
लेकिन सोनम के जीवन में विवाद यहीं खत्म नहीं हुआ। इसके बाद उसका प्रेम संबंध बाँसगांव थाना क्षेत्र हरनहीं, निवासी सचिन गुप्ता से जुड़ गया। सूत्रों के मुताबिक, इस प्रेमी से सोनम को एक संतान भी है। हाल के दिनों में दोनों के बीच विवाद और खींचतान तेज हो गई थी, आरोपी प्रेमी बार-बार फोन कर सोनम को परेशान कर रहा था।
इसी विवाद को लेकर शुक्रवार की भोर में सोनम और उसके पति अनूप निषाद के बीच विवाद हुआ। विवाद के बाद अनूप अपने बड़े पुत्र को लेकर धान की रोपाई कराने अपनी बहन के घर तेनुआ चला गया। इसी बीच सोनम, अपने पति के बड़े भाई के लड़के के साथ डोडो तक आई। इसके बाद वह किसके साथ गई, इसका पता नहीं चल सका।
इसी दौरान ख़जनी क्षेत्र में सोनम पर क्रूर हमला हुआ और उसे अधमरी हालत में बीआरसी प्रांगण में छोड़ दिया गया। मीडिया में महिला पर हमले की खबर आते ही ग्रामीणों में फोटो देखने की जिज्ञासा बढ़ी और फोटो देखकर पूरे इलाके में यह राज खुल गया कि घायल महिला सोनम ही है।
महिला का मायका हरनहीं गांव के थाना बाँसगांव में है, जबकि ससुराल हरपुर बुदहट क्षेत्र के छपिया में है। फिलहाल सोनम की हालत गंभीर बनी हुई है और उसका इलाज जारी है।
इस मामले में प्रेम, धोखा और पारिवारिक झगड़े की परतें खुलने के बाद गांव में चर्चाओं का बाजार गर्म है। अब देखना यह है कि गोरखपुर पुलिस इस ‘प्रेम-प्रपंच और हमले’ की इस गुत्थी को कितनी जल्दी सुलझा पाती है।