

गोरखपुर के खजनी में पति की आखिरी निशानी थी, मगर भीड़भाड़ और पुलिस की लापरवाही में वह भी छिन गई। 65 वर्षीय मीरा देवी की 10 ग्राम की सोने की चेन ऑटो में संदिग्ध महिला ने उड़ा ली और पुलिस आज भी ‘जांच’ में उलझी है।
महिला की लूटी चैन
Gorakhpur: गोरखपुर के खजनी में पति की आखिरी निशानी थी, मगर भीड़भाड़ और पुलिस की लापरवाही में वह भी छिन गई। भरोहियां के शिव मंदिर में पूजा करने जा रही 65 वर्षीय मीरा देवी की 10 ग्राम की सोने की चेन ऑटो में संदिग्ध महिला ने उड़ा ली और पुलिस आज भी ‘जांच’ में उलझी है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार शनिवार सुबह करीब 10:30 बजे रूद्रपुर निवासी मीरा देवी खजनी थाने के पास से भरोहियां मंदिर जाने के लिए ऑटो में बैठीं ऑटो में तीन महिलाएं और एक संदिग्ध महिला पहले से बैठी थी। मंदिर से महज 500 मीटर पहले संदिग्ध महिला ने ऑटो रुकवाया, किराया देकर उतरी और गायब हो गई।
कुछ कदम आगे बढ़ने पर मीरा देवी ने जब गले में हाथ डाला तो सांस अटक गई। दिवंगत पति की दी हुई सोने की चेन गायब थी। उन्हें शक हुआ कि वह संदिग्ध महिला ही उचक्का निकली, जिसने भीड़ का फायदा उठाकर गले से चेन निकाल ली।
ऑटो चालक ने तत्काल गाड़ी मोड़ी, मगर संदिग्ध महिला का कहीं पता नहीं चला। रोते-बिलखते मीरा देवी खजनी थाने पहुंचीं, मगर यहां भी उनके आंसुओं की कोई कद्र नहीं दिखी। पुलिस ने ‘जांच’ के नाम पर घटना दर्ज की, आसपास सीसीटीवी फुटेज खंगालने गई, लेकिन थाने से 2 किमी के दायरे में एक भी कैमरा चालू नहीं मिला।
थानाध्यक्ष अनूप सिंह का कहना है कि महिला की उम्र 65 वर्ष है, चेन गिर गई या चोरी हुई, इस पर जांच चल रही है। मगर इलाके में यह चर्चा है कि खजनी पुलिस की हनक इतनी कम पड़ गई है कि थाने से महज कुछ दूरी पर उचक्के बुजुर्ग महिला को भी नही बख्स रहे है।
मीरा देवी की आंखों में पति की याद और गले की उस चेन की कमी का दर्द तैर रहा है। अब वह प्रशासन से अपने सम्मान और उस आखिरी निशानी को वापस दिलाने की गुहार लगा रही हैं।
जिस पुलिस को क्षेत्र में गश्त करनी चाहिए, वह ‘कागजी जांच’ में उलझी है, और उचक्के सरेआम लोगों को शिकार बनाकर फरार हो रहे हैं।
हलाकि ख़जनी में चमहिलाओं चोरनी की गैंग सक्रिय हो गई है , कई माह बाद फिर महिला गैंग ने घटना को अंजाम दिया है , जिससे अब बाजार मंदिर ऑटो सुरक्षित नही है यह महिलाएं गैंग बना कर ऑटो में बैठती है ,उसके बाद एक शिकार बना कर गांयब हो जाती है।