

कानपुर देहात के प्राचीन शिव मंदिर पर खून मिला। आखिर यह खून किसका है और कहां से आया, क्या किसी की बलि दी गई या फिर कोई हादसा हुआ। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
शिव मंदिर में चढ़ाया गया खून
कानपुर देहात: जिले के रूरा थाना क्षेत्र के ग्राम बचीत भरथू में रविवार को एक सनसनीखेज मामला सामने आया। गांव के बाहर जंगल में स्थित प्राचीन शिव मंदिर में शिवलिंग पर खून चढ़ाया गया। घटना की जानकारी मिलते ही पूरे गांव में सनसनी फैल गई और मंदिर परिसर में भारी भीड़ जमा हो गई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, स्थानीय लोगों ने इस कृत्य को धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ बताते हुए तत्काल पुलिस को सूचना दी।
शिवलिंग पर मिला ताज़ा खून
सूचना पर रूरा थाना प्रभारी और अकबरपुर सर्किल के क्षेत्राधिकारी संजय वर्मा मौके पर पहुंचे। पुलिस टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और पाया कि शिवलिंग पर खून के ताज़ा निशान मौजूद हैं। फौरन फॉरेंसिक फील्ड यूनिट को बुलाया गया। जिसने मौके से सैंपलिंग और फोटो/वीडियोग्राफी कर आवश्यक जांच की। परीक्षण में स्पष्ट हुआ कि शिवलिंग पर चढ़ाया गया रक्त मानव रक्त था।
अज्ञात के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
पुलिस ने इस मामले में गांव के ही एक ग्रामीण की तहरीर पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धार्मिक स्थल की पवित्रता भंग करने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। अधिकारियों का कहना है कि जांच की जा रही है और जल्द ही आरोपी को पकड़ लिया जाएगा।
युवक हर्षित अग्निहोत्री पर शक
जांच के दौरान पुलिस को ग्रामीणों से एक अहम जानकारी प्राप्त हुई। गांव के ही रहने वाले हर्षित अग्निहोत्री (उम्र 26 वर्ष) पुत्र राजेश अग्निहोत्री को घटना वाले दिन दोपहर में गांव के एक डॉक्टर के पास बैंडेज करवाते हुए देखा गया था। डॉक्टर के पूछने पर हर्षित ने कथित तौर पर यह स्वीकार किया कि उसने एक यूनिट खून शंकर जी को चढ़ाया है। पुलिस जब हर्षित के घर पहुंची तो वह वहां अनुपस्थित मिला। फिलहाल उसकी तलाश में टीमें लगा दी गई हैं और अधिकारियों का दावा है कि वह जल्द गिरफ्त में होगा।
तंत्र-मंत्र के उद्देश्य से किया गया कृत्य?
पुलिस और ग्रामीणों के अनुसार, प्रारंभिक जांच से ऐसा प्रतीत होता है कि यह कृत्य पूजा-पाठ या तंत्र-मंत्र के उद्देश्य से किया गया हो सकता है। हालांकि, इस बात की पुष्टि पुलिस जांच पूरी होने के बाद ही संभव होगी। घटना को लेकर गांव में डर और आक्रोश दोनों व्याप्त हैं।
ग्रामीणों में आक्रोश
घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसी घटनाएं धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाली हैं और प्रशासन को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई ऐसी हरकत करने की हिम्मत न करे। स्थानीय लोग शिवलिंग की विधिपूर्वक सफाई और पुनः पूजा कराने की मांग कर रहे हैं।