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भारतीय शेयर बाजार में 22 दिसंबर से आईपीओ की जबरदस्त हलचल देखने को मिलेगी। SME से लेकर मेनबोर्ड तक 11 कंपनियां करीब 750 करोड़ रुपये जुटाने उतरेंगी। गुजरात किडनी एंड सुपर स्पेशियलिटी का मेनबोर्ड आईपीओ निवेशकों का ध्यान खींच रहा है।
अगले सप्ताह आईपीओ की बाढ़ (फोटो सोर्स- इंटरनेट)
New Delhi: भारतीय शेयर बाजार में साल के आखिरी दिनों में आईपीओ की रौनक देखने को मिल सकती है। सोमवार, 22 दिसंबर 2025 से शुरू हो रहे कारोबारी सप्ताह में SME से लेकर मेनबोर्ड तक कुल 11 कंपनियां अपने इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के जरिए बाजार में उतरने जा रही हैं। ये कंपनियां मिलकर करीब 750 करोड़ रुपये जुटाने का प्रयास करेंगी। इतने बड़े स्तर पर आईपीओ आने से शेयर बाजार में निवेशकों की गतिविधियां बढ़ने और प्राथमिक बाजार में हलचल देखने को मिल सकती है।
इस सप्ताह का सबसे बड़ा आकर्षण मेनबोर्ड सेगमेंट में आने वाला गुजरात किडनी एंड सुपर स्पेशियलिटी का आईपीओ रहेगा। हेल्थकेयर सेक्टर से जुड़ी यह कंपनी अपने आईपीओ के जरिए लगभग 251 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। कंपनी का आईपीओ 22 दिसंबर 2025 को निवेशकों के लिए सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। गुजरात किडनी एंड सुपर स्पेशियलिटी मल्टीस्पेशियलिटी अस्पतालों का नेटवर्क संचालित करती है और किडनी से जुड़ी बीमारियों के इलाज में इसकी मजबूत पहचान मानी जाती है।
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ग्रे मार्केट में इस आईपीओ को लेकर सकारात्मक संकेत देखने को मिल रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, कंपनी के शेयर अपने अपर प्राइस बैंड 114 रुपये की तुलना में करीब 7 प्रतिशत प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं। इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि निवेशकों के बीच इस आईपीओ को लेकर उत्साह बना हुआ है। कंपनी ने स्पष्ट किया है कि आईपीओ से जुटाई गई राशि का इस्तेमाल अस्पतालों के विस्तार, नई मेडिकल सुविधाओं के विकास और इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में किया जाएगा।
मेनबोर्ड के साथ-साथ SME सेगमेंट में भी IPO की अच्छी-खासी लाइनअप देखने को मिलेगी। SME सेगमेंट में अपोलो टेक्नो इंडस्ट्रीज, डाचेपल्ली पब्लिशर्स, EPW इंडिया, एडमैच सिस्टम्स, बाई काकाजी पॉलीमर्स, धारा रेल प्रोजेक्ट्स, सुंदरेक्स ऑयल, श्याम धानी इंडस्ट्रीज और नांता टेक कंपनी अपने-अपने आईपीओ लॉन्च करने की तैयारी में हैं। ये सभी कंपनियां अलग-अलग सेक्टर्स से जुड़ी हैं, जिससे निवेशकों को विविध विकल्प मिल सकते हैं।
इनमें से बाई काकाजी पॉलीमर्स का आईपीओ खास चर्चा में है। कंपनी SME प्लेटफॉर्म के जरिए बाजार से करीब 105 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य लेकर चल रही है। SME आईपीओ आमतौर पर छोटे निवेशकों के साथ-साथ हाई-रिस्क प्रोफाइल वाले निवेशकों को आकर्षित करते हैं, क्योंकि इनमें लिस्टिंग गेन की संभावना अधिक मानी जाती है, हालांकि जोखिम भी उतना ही रहता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि साल के अंत में इतने ज्यादा आईपीओ आने से निवेशकों को चयन में सावधानी बरतनी होगी। हर आईपीओ में निवेश से पहले कंपनी की वित्तीय स्थिति, बिजनेस मॉडल, ग्रोथ प्लान और सेक्टर की संभावनाओं का विश्लेषण करना जरूरी है। खासकर SME आईपीओ में लिक्विडिटी और उतार-चढ़ाव का जोखिम अधिक होता है।
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कुल मिलाकर, 22 दिसंबर से शुरू होने वाला सप्ताह प्राथमिक बाजार के लिहाज से काफी व्यस्त रहने वाला है। मेनबोर्ड और SME दोनों सेगमेंट में आने वाले ये आईपीओ निवेशकों के लिए मौके के साथ-साथ चुनौतियां भी लेकर आएंगे।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी केवल सूचना के उद्देश्य से है। शेयर बाजार में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेश करने से पहले निवेशकों को अपने वित्तीय सलाहकार या एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लेनी चाहिए।