

मिडवेस्ट लिमिटेड अपने आईपीओ के जरिए 451 करोड़ रुपये जुटाने की योजना में है। रिटेल निवेशकों के लिए 35% शेयर आरक्षित रखे गए हैं। निवेश के लिए 15 से 17 अक्टूबर तक आवेदन करें। निवेश से पहले कंपनी की वित्तीय स्थिति जरूर जांचें।
मिडवेस्ट लिमिटेड का आईपीओ
New Delhi: भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों के लिए एक और बड़ा मौका सामने आ रहा है। सोलर ग्लास और इंजीनियर्ड स्टोन इंडस्ट्री के लिए क्वार्ट्ज का निर्माण करने वाली कंपनी मिडवेस्ट लिमिटेड (Midwest Limited) का इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) 15 अक्टूबर को लॉन्च होने जा रहा है। कंपनी ने इस बहुप्रतीक्षित आईपीओ का प्राइस बैंड ₹1014 से ₹1065 प्रति शेयर के बीच तय किया है।
मिडवेस्ट लिमिटेड का यह आईपीओ निवेशकों के बीच काफी चर्चा में है, क्योंकि इसके जरिए कंपनी 451 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। इस इश्यू में कंपनी दो तरह के शेयर जारी कर रही है-
250 करोड़ रुपये के फ्रेश इश्यू यानी कंपनी द्वारा नए शेयर जारी किए जाएंगे।
201 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल (OFS), जिसमें मौजूदा प्रमोटर्स और शेयरधारक अपने हिस्से के शेयर बेचेंगे।
हालांकि शुरुआत में कंपनी ने आईपीओ साइज 650 करोड़ रुपये तय किया था, लेकिन बाद में OFS घटाकर 201 करोड़ कर दिया गया, जो पहले 400 करोड़ रुपये रखा गया था।
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मिडवेस्ट लिमिटेड के शेयरों की फेस वैल्यू ₹5 प्रति शेयर तय की गई है। प्राइस बैंड ₹1014 से ₹1065 के बीच है। इसका मतलब है कि निवेशक एक शेयर के लिए न्यूनतम ₹1014 और अधिकतम ₹1065 तक बोली लगा सकते हैं।
आईपीओ में आवेदन करने की विंडो 15 अक्टूबर से 17 अक्टूबर 2025 तक खुली रहेगी। जबकि एंकर निवेशकों (Anchor Investors) के लिए यह इश्यू एक दिन पहले 14 अक्टूबर को खुलेगा।
मिडवेस्ट लिमिटेड का IPO करेगा निवेशकों को आकर्षित
कंपनी ने रिटेल इन्वेस्टर्स को ध्यान में रखते हुए कुल ऑफर साइज का 35% हिस्सा रिटेल श्रेणी के लिए आरक्षित रखा है। इसके अलावा-
50% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) को दिया जाएगा।
15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (HNIs) के लिए निर्धारित किया गया है।
इतना ही नहीं, कंपनी ने अपने कर्मचारियों के लिए भी 1 करोड़ रुपये तक के शेयर रिजर्व किए हैं, जो एक सकारात्मक पहल मानी जा रही है।
मिडवेस्ट लिमिटेड एक मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है जो सोलर ग्लास और इंजीनियर्ड स्टोन इंडस्ट्री के लिए क्वार्ट्ज का उत्पादन करती है। यह इंडस्ट्री भारत में तेजी से बढ़ रही है, खासकर सोलर एनर्जी और कंस्ट्रक्शन सेक्टर के विस्तार के चलते। ऐसे में कंपनी का आईपीओ लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट के नजरिए से कई निवेशकों के लिए आकर्षक हो सकता है।
शेयर बाजार के जानकारों का मानना है कि अगर कंपनी का फंडामेंटल स्ट्रॉन्ग है और क्वार्टर्ली रिजल्ट्स अच्छे रहते हैं, तो इस आईपीओ में निवेश करना फायदे का सौदा हो सकता है। हालांकि निवेश से पहले डीआरएचपी (DRHP), बैलेंस शीट और कंपनी की ग्रोथ स्ट्रैटेजी का विश्लेषण करना जरूरी है।
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आईपीओ के प्रति निवेशकों की दिलचस्पी का अंदाजा ग्रेस मार्केट प्रीमियम (GMP) से भी लगाया जा सकता है। हालांकि अभी इसके GMP का खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन जैसे-जैसे तारीख नजदीक आएगी, इसकी गतिविधियों में तेजी देखी जा सकती है।
मिडवेस्ट लिमिटेड का IPO उन निवेशकों के लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है जो मैन्युफैक्चरिंग और इंडस्ट्रियल सेक्टर में लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं।
हालांकि, किसी भी निवेश से पहले कंपनी के फाइनेंशियल्स और बिजनेस मॉडल की गहन जांच जरूरी है। इसके अलावा मार्केट की मौजूदा स्थिति और निवेश के उद्देश्यों के अनुसार निर्णय लेना ही समझदारी होगी।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है, यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।