Gold Rate: सोना हुआ सस्ता, आखिर क्यों गिर रही हैं कीमतें? जानें इसके पीछे की बड़ी वजहें

लगातार बढ़ने के बाद अब सोना और चांदी की कीमतों में भारी गिरावट देखी जा रही है। मंगलवार को सोना 1,900 रुपये और चांदी 1,600 रुपये प्रति किलो तक सस्ती हुई। विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा गिरावट निवेश के लिए एक अच्छा मौका हो सकता है।

Post Published By: Sapna Srivastava
Updated : 30 October 2025, 11:37 AM IST
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New Delhi: सोना और चांदी को किसी की नजर लग गई है। पिछले एक हफ्ते से इनकी कीमतों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। मंगलवार को एक बार फिर दोनों धातुओं के भाव में तेज गिरावट दर्ज की गई। सोना जहां करीब 1,900 रुपये प्रति 10 ग्राम सस्ता हुआ, वहीं चांदी में भी 1,600 रुपये प्रति किलो तक की गिरावट आई।

जानकारों के मुताबिक, यह गिरावट निवेशकों के लिए एक बेहतरीन अवसर बन सकती है क्योंकि आने वाले समय में बाजार में तेजी लौटने की उम्मीद जताई जा रही है।

सोने की कीमत में भारी गिरावट

इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के मंगलवार दोपहर 12 बजे के रेट के मुताबिक, 24 कैरेट सोना 10 ग्राम के लिए 1,19,164 रुपये पर पहुंच गया, जबकि सोमवार को यह 1,21,077 रुपये था। यानी सिर्फ एक दिन में 1,913 रुपये की गिरावट दर्ज हुई।

22 कैरेट सोना भी मंगलवार को 1,09,154 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया, जो सोमवार को 1,10,907 रुपये था। यानी इसमें भी 1,753 रुपये की कमी दर्ज की गई। वहीं 18 कैरेट सोना 1,436 रुपये गिरकर 89,373 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।

चांदी के दामों में भी गिरावट जारी

सोने की तरह चांदी की कीमतों में भी गिरावट का सिलसिला जारी है। सोमवार को जहां चांदी 1,45,031 रुपये प्रति किलो थी, वहीं मंगलवार को यह घटकर 1,43,400 रुपये प्रति किलो रह गई। यानी 1,631 रुपये की गिरावट दर्ज हुई।

इससे पहले सोमवार को भी चांदी के भाव 2,000 रुपये प्रति किलो तक टूटे थे। लगातार दो दिन से हो रही इस गिरावट ने निवेशकों को चौंका दिया है।

क्यों गिर रहे हैं सोना-चांदी के भाव?

बाजार विश्लेषकों के मुताबिक, कीमती धातुओं में यह गिरावट अंतरराष्ट्रीय भू-राजनीतिक घटनाओं और आर्थिक नीतियों से जुड़ी है। अमेरिका ने हाल ही में रूस की तेल कंपनियों लुकोइल और रोसनेफ्ट पर नए प्रतिबंध लगाए हैं। इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था पर दबाव बढ़ा है और निवेशकों ने सोने से पूंजी निकालनी शुरू कर दी है।

इसके अलावा, अमेरिकी डॉलर की मजबूती और फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों पर रुख ने भी सोना-चांदी पर असर डाला है। वैश्विक बाजार में सोने की कीमतों में अस्थिरता बढ़ने से भारतीय बाजार में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है।

निवेश का सही मौका?

विशेषज्ञों का कहना है कि जो लोग लंबे समय के लिए सोने या चांदी में निवेश करना चाहते हैं, उनके लिए यह समय फायदेमंद साबित हो सकता है। मौजूदा भावों पर खरीदारी करने से भविष्य में अच्छे रिटर्न की संभावना है, क्योंकि आर्थिक अस्थिरता के दौर में सोना हमेशा सुरक्षित निवेश विकल्प माना जाता है।

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Published : 
  • 30 October 2025, 11:37 AM IST