

धर्मवीर सिंह राही न सिर्फ एक साहित्यकार हैं, बल्कि समाजसेवा और राजनीति में भी उनकी गहरी भूमिका रही है। वे संवेदना फाउंडेशन के अध्यक्ष हैं और लंबे समय से सामाजिक मुद्दों पर लेखन और सक्रिय भागीदारी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि साहित्य और समाज एक-दूसरे के पूरक हैं और दोनों में बदलाव लाने की ताकत होती है।
Mainpuri News: मैनपुरी में डाइनामाइट न्यूज़ के विशेष कार्यक्रम "रंग साहित्य के संग" का आयोजन किया गया। जिसमें साहित्य, समाज और राजनीति की भूमिका पर गहन चर्चा हुई। कार्यक्रम में संवेदना फाउंडेशन के अध्यक्ष और जाने-माने साहित्यकार धर्मवीर सिंह राही ने साहित्य के सामाजिक सरोकारों पर अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम की शुरुआत में साहित्य के महत्व पर चर्चा करते हुए बताया गया कि साहित्य न केवल मनोरंजन का माध्यम है, बल्कि यह हमारी सोच, भावनाओं और सामाजिक समझ को गहराई देता है। कहानियाँ, कविताएँ और नाटक हमारे भीतर करुणा, संवेदना और दृष्टिकोण की विविधता को जन्म देते हैं। धर्मवीर सिंह राही ने कहा साहित्य हमें केवल शब्दों का खेल नहीं सिखाता, यह हमें जीवन की गहराई से जुड़ने की क्षमता देता है।