Uttarakhand: करोड़ों की ठगी करने के आरोपी CA को उत्तराखंड एसटीएफ ने ऐसा किया गिरफ्तार

उत्तराखंड STF ने अंतरराज्यीय साइबर ठगी गिरोह के मास्टरमाइंड अभिषेक अग्रवाल को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार कर एक बड़े रैकेट का खुलासा किया।

Post Published By: Jay Chauhan
Updated : 7 July 2025, 4:17 PM IST
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Dehradun: उत्तराखंड STF ने सोमवार को अंतरराज्यीय साइबर ठगी गिरोह का बड़ी खुलाशा किया है। एसटीएफ ने लोन एप का जाल फैलाकर देशभर में 750 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी करने के आरोपी चार्टर्ट अकाउंटेंट (सीए) अभिषेक अग्रवाल को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से  रविवार को गिरफ्तार किया। एसटीएफ ने उसे तब पकड़ा, जब वह थाईलैंड भागने की फिराक में था।

जानकारी के अनुसार आरोपी ने चीनी नागरिकों के साथ मिलकर कई शेल कंपनियां बनाईं और फर्जी लोन एप के जरिये ठगी की। उसके खिलाफ 2022 में पुलिस ने केस दर्ज किया था।

एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने बताया कि शेल कंपनियों को गुरुग्राम का अंकुर ढींगरा व अभिषेक मिलकर चला रहे थे।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार पूछताछ में अभिषेक ने  बताया कि उसने 35 से 40 शेल कंपनियां बनाई थीं, जिनमें 13 खुद के नाम पर और 28 पत्नी के नाम पर रजिस्टर्ड थीं। कई कंपनियों में चीनी नागरिक सह-निदेशक थे। इन कंपनियों के जरिए कई बैंक खातों में संदिग्ध ट्रांजैक्शन हुए हैं।

आरोपी ने बताया कि उसने साथियों ने 2019-20 में चीनी नागरिकों के साथ मिलकर भारत में नकली लोन ऐप्स जैसे Inst Loan, KK Cash, RupeeGo, Lendkar आदि शुरू किए. इन ऐप्स के जरिए आम लोगों को त्वरित लोन का झांसा देकर ऐप डाउनलोड करवाया जाता था। इसके बाद उनके फोन का एक्सेस लेकर गैलरी, कॉन्टैक्ट्स और निजी डेटा चुरा लिया जाता था।

गिरोह पीड़ितों को अश्लील फोटो मॉर्फ कर वायरल करने की धमकी देता था, जिससे डरकर लोग बार-बार पैसे भेजते थे. अभिषेक ने यह ठगी संगठित तरीके से की और धनराशि चीनी बैंक खातों में भेजी गई। मामले में पहले से गिरफ्तार आरोपी अंकुर ढींगरा से भी कनेक्शन सामने आया है।

इनमें कई  कंपनियों के सह निदेशक चीन के नागरिक हैं। ठगी गई ज्यादातर रकम को चीन भेजा गया। पुलिस ने 2023 में अंकुर को गुरुग्राम से पकड़ा था, लेकिन अभिषेक फरार था। उसके खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी कराया गया था।

STF ने बताया कि अब तक 5 चीनी मास्टरमाइंडों के नाम भी मिले हैं, जिनमें Difan Wang, Zhenbo He, Miao Zhang, Yongguang Kuang और Wenxue Li शामिल हैं। इंटरपोल और भारत सरकार से संपर्क कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

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