Uttarakhand News: नकल माफिया पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, हाकम सिंह फिर पहुंचा सलाखों के पीछे

नकल माफिया पर शिकंजा कसते हुए पुलिस ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है। सख्त नकल विरोधी कानून के तहत अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) परीक्षा घोटाले में मुख्य आरोपी रहे हाकम सिंह और उसके सहयोगी पंकज गोड को गिरफ्तार किया गया है।

Post Published By: रवि पंत
Updated : 21 September 2025, 1:13 PM IST
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Uttarakhand News: उत्तराखंड में नकल माफिया पर शिकंजा कसते हुए पुलिस ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है। सख्त नकल विरोधी कानून के तहत अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) परीक्षा घोटाले में मुख्य आरोपी रहे हाकम सिंह और उसके सहयोगी पंकज गोड को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि दोनों अभ्यर्थियों को परीक्षा में सफलता दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी कर रहे थे।

क्या है पूरा मामला

पुलिस के अनुसार, आरोपी उम्मीदवारों से 12 से 15 लाख रुपये तक की मोटी रकम वसूलते थे। यदि कोई अभ्यर्थी अपनी मेहनत से चयनित हो जाता तो आरोपी पूरी रकम हड़प लेते थे। वहीं, असफल होने पर वे पैसों को "भविष्य की परीक्षाओं" में एडजस्ट करने का झूठा वादा कर देते थे। इस प्रकार कई अभ्यर्थियों को उनके लालच और आशंका का फायदा उठाकर ठगा गया।जांच में यह भी सामने आया है कि इस मामले का परीक्षा की गोपनीयता या पारदर्शिता से सीधा संबंध नहीं था। यह पूरा खेल केवल झूठे वादों और पैसों की हेराफेरी पर आधारित था। यानी परीक्षा केंद्रों पर किसी तरह की अनियमितता सामने नहीं आई है।

अभ्यर्थियों के बीच भरोसा और सुरक्षा का संदेश

यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब UKSSSC की परीक्षा कल आयोजित होने जा रही है। गिरफ्तारी की खबर के बाद अभ्यर्थियों के बीच भरोसा और सुरक्षा का संदेश गया है। पुलिस और प्रशासन ने साफ कर दिया है कि परीक्षा पूरी तरह पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से कराई जाएगी। किसी भी प्रकार की नकल, धांधली या अनियमितता पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए राज्यभर के परीक्षा केंद्रों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती भी की गई है।

 नकल विरोधी कानून को कड़ाई से लागू 

राज्य सरकार लंबे समय से शिक्षा व्यवस्था को भ्रष्टाचार और बेमानी से मुक्त करने के लिए प्रयासरत है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं नकल विरोधी कानून को कड़ाई से लागू करने के लिए लगातार सख्त निर्देश दे रहे हैं। हाकम सिंह और उसके सहयोगी की गिरफ्तारी ने इस अभियान को और मजबूती दी है। यह घटना स्पष्ट करती है कि राज्य में नकल माफिया चाहे कितना भी संगठित क्यों न हो, कानून के शिकंजे से बच नहीं सकता। सरकार और पुलिस ने एक बार फिर संदेश दिया है कि परीक्षाएं पूरी पारदर्शिता से होंगी और नियम तोड़ने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।

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