

उत्तराखंड में भारी बारिश की वजह से कई पर्वतीय जिलों में तबाही मच गई, जिसमें कई परिवार बेघर हुए और जान-माल का भारी नुकसान हुआ। हालांकि, मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन दिनों में राहत मिल सकती है।
उत्तराखंड में भारी बारिश से राहत (सोर्स- इंटरनेट)
Dehradun: उत्तराखंड में इस समय बारिश के कहर से लोग जूझ रहे हैं। हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण प्रदेश के कई हिस्सों में नुकसान हुआ है। बाढ़, भूस्खलन और जलभराव की समस्याएं गहरी हो गई हैं, जिसके कारण पर्वतीय इलाकों में कई परिवारों के लिए जीवन मुश्किल हो गया है।
वहीं, अब मौसम विभाग ने राहत की जानकारी दी है कि अगले तीन दिनों तक उत्तराखंड में भारी बारिश नहीं होगी, हालांकि पर्वतीय इलाकों में हल्की बारिश और गरज-चमक हो सकती है।
उत्तराखंड में भारी बारिश जारी, कई जिलों में येलो अलर्ट, राहत व बचाव कार्य तेज
मौसम विभाग के अनुसार, 23 सितंबर तक राज्य में मौसम साफ रहेगा और किसी प्रकार का अलर्ट जारी नहीं किया गया है। हालांकि, 24 सितंबर के बाद स्थिति फिर से बदल सकती है। पर्वतीय जिलों में फिर से तेज बारिश की संभावना जताई जा रही है। जिन जिलों में आकाशीय बिजली चमकने और तेज बारिश हो सकती है, उनमें उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़, नैनीताल और चंपावत शामिल हैं।
सोर्स- इंटरनेट
मौसम विभाग का यह भी कहना है कि 30 सितंबर से 1 अक्टूबर के बीच मानसून का अंत हो सकता है। इस साल उत्तराखंड में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है और इससे खासकर पहाड़ी जिलों में तबाही मच गई। बाढ़, भूस्खलन, और जलभराव के कारण कई परिवारों को अपनी जान और संपत्ति गंवानी पड़ी। कई इलाकों में तो जलप्रलय की स्थिति बन गई, जिससे लोग बेघर हो गए और अपनों को खोने का दुख झेल रहे हैं।
उत्तराखंड में इस वर्ष सामान्य से अधिक बारिश हुई है, जिससे बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं बढ़ी हैं। इस कारण कई मार्ग बंद हो गए और यातायात प्रभावित हुआ। पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इसके अलावा, कई घरों में मलबा घुस जाने के कारण लोग बेघर हो गए हैं, और कुछ परिवारों ने अपने प्रियजन भी खो दिए। यह घटना राज्य के लिए एक गंभीर संकट बनी हुई है, जो सरकार और स्थानीय प्रशासन के लिए भी एक बड़ी चुनौती है।
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हालांकि, राहत की बात यह है कि मौसम में सुधार आ रहा है और अगले कुछ दिनों में भारी बारिश की संभावना कम हो गई है। लोग इस राहत की खबर से उम्मीद लगाकर भविष्य की कठिनाइयों से निपटने की कोशिश कर रहे हैं। राज्य सरकार और विभिन्न एजेंसियों ने राहत और बचाव कार्यों को तेज कर दिया है ताकि प्रभावित इलाकों में लोगों को शीघ्र मदद मिल सके।