

उत्तराखंड में भारी बारिश और अतिवृष्टि से कई जिलों में तबाही, 15 से अधिक मौतें, 16 लापता। देहरादून में स्कूलों में अवकाश, रेड अलर्ट जारी। प्रशासन राहत कार्यों में जुटा है।
उत्तराखंड में भारी बारिश (सोर्स- इंटरनेट)
Dehradun: उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश ने राज्यभर में संकट उत्पन्न कर दिया है। खासतौर पर देहरादून और आसपास के जिलों में भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ने और तेज बहाव के कारण कई जगहों पर पानी भर गया है, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है।
बीते दो दिनों में, बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने राज्यभर में तबाही मचाई है। इनमें से कई घटनाओं ने लोगेां के दिलों में डर पैदा कर दिया है। मौसम विभाग के द्वारा लगातार बारिश और इसके गंभीर परिणामों की चेतावनी दी गई है।
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राजधानी देहरादून समेत कई जिलों में बारिश के कारण प्रशासन ने स्कूलों में एक दिन की छुट्टी घोषित कर दी है। गुरुवार को कक्षा 1 से 12 तक के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों के लिए छुट्टी का आदेश दिया गया है। साथ ही, आंगनवाड़ी केंद्रों में भी छुट्टी की घोषणा की गई है। प्रशासन ने बच्चों और आम जनता की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह कदम उठाया है। भारी बारिश के मद्देनजर देहरादून में रेड अलर्ट जारी किया गया है।
बीते दिनों में हुई अतिवृष्टि के कारण कई पुल ढह गए और नदियों का बहाव तेज हो गया, जिससे बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। देहरादून के प्रमुख पर्यटन स्थल सहस्त्रधारा में बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई। कई घर बह गए और इन घटनाओं में 15 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है, जबकि 16 लोग लापता हैं। इसके अलावा, कई प्रमुख सड़कों और पुलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे आवागमन में भी समस्या उत्पन्न हो गई है।
सोर्स- इंटरनेट
मौसम विभाग ने आगामी दिनों में और अधिक बारिश की संभावना जताई है और राज्य के विभिन्न जिलों में रेड और ऑरेज अलर्ट जारी किया है। देहरादून, हरिद्वार, टिहरी और पौड़ी जिलों के लिए विशेष रूप से रेड अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में गर्जन के साथ तेज बारिश हो सकती है, साथ ही बिजली गिरने की भी संभावना जताई जा रही है। नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों में भी बारिश की तीव्रता बढ़ने के आसार हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार को देहरादून का अधिकतम तापमान 30.9 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 21.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। पंतनगर का अधिकतम तापमान 32.4 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24.6 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, मुक्तेश्वर का अधिकतम तापमान 20.8 डिग्री और न्यूनतम तापमान 14.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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राज्यभर के प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है। एनडीआरएफ की टीमों को विभिन्न क्षेत्रों में तैनात किया गया है, ताकि प्रभावितों को राहत और सहायता दी जा सके। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे मौसम के बदलाव को देखते हुए सतर्क रहें और बाढ़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचें।