

हरिद्वार की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ तब आया जब रानीपुर विधानसभा क्षेत्र में आयोजित कांग्रेस के सम्मान समारोह में बसपा के युवा नेता समीर मलिक ने कांग्रेस की सदस्यता ले ली। उन्हें पार्टी ने युवा महासचिव की जिम्मेदारी सौंपी है।
बसपा छोड़ समीर मलिक ने थामा कांग्रेस का हाथ
सम्मान समारोह में कांग्रेस नेता राजवीर चौहान ने औद्योगिक क्षेत्र की समस्याओं को उठाते हुए भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सिडकुल और औद्योगिक इकाइयों में मजदूरों से जबरन 12-12 घंटे काम लिया जा रहा है, जबकि उन्हें न्यूनतम वेतन भी नहीं दिया जा रहा।
राजवीर ने आरोप लगाया कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी की वजह से फैक्ट्रियों में आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। यदि कोई कर्मचारी अपने हक की आवाज उठाता है, तो उसे नौकरी से निकालने की धमकी दी जाती है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस उद्योग विरोधी नहीं, बल्कि मजदूर समर्थक है। पार्टी चाहती है कि उद्योग फलें-फूलें, लेकिन श्रमिकों के शोषण की कीमत पर नहीं।
समीर मलिक का कांग्रेस में शामिल होना रणनीतिक रूप से अहम
समीर मलिक के कांग्रेस में शामिल होने को राजनीतिक विश्लेषक एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम मान रहे हैं। उनके साथ कई युवा कार्यकर्ता भी कांग्रेस में आए हैं, जिससे पार्टी को नई ऊर्जा और संगठनात्मक मजबूती मिलने की उम्मीद है, समारोह में युवा कांग्रेस नेता दुर्गेश शर्मा और सत्य प्रकाश दुबे ने भी भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मजदूरों और युवाओं की अनदेखी अब जनता को कांग्रेस की ओर मोड़ रही है।
बदायूं में बारिश के बीच जली बुराई की लंका, डिजिटल आतिशबाजी ने लूटा वाहवाही
कांग्रेस का बढ़ता जनाधार
रानीपुर के इस समारोह में बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी ने यह संदेश दिया कि कांग्रेस का जनाधार क्षेत्र में धीरे-धीरे मज़बूत हो रहा है। खासकर मजदूर वर्ग में कांग्रेस की अपील तेजी से बढ़ती दिखाई दे रही है। राजवीर चौहान ने दावा किया कि अगर यही समर्थन बना रहा, तो 2027 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस राज्य की सत्ता में वापसी करेगी। कार्यकर्ताओं ने मंच से कहा कि कांग्रेस ने हमेशा मजदूरों, किसानों और आम जनता के साथ खड़ा रहकर हक की लड़ाई लड़ी है।